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शिक्षा निदेशालय ने हरियाणा की हुड्डा सरकार में भर्ती हुए 72 जेबीटी शिक्षकों को शुक्रवार को पंचकूला मुख्यालय में बुला लिया है। इस संबंध में गुरुवार को पत्र जारी किया गया था। एफएसएल और एससीआरबी की एचटेट (हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा) की ओएमआर शीट की वैज्ञानिक जांच में इन प्राइमरी शिक्षकों के डेटा का मिलान नहीं हो रहा है। इन शिक्षकों को भौतिक सत्यापन के लिए हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग और मौलिक शिक्षा विभाग की संयुक्त कमेटी से कई बार अनुरोध किया गया है, लेकिन यह नहीं हुआ।
2009 और 2012 में मौलिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी विज्ञापनों के तहत चुने गए सभी शिक्षकों की फिजिकल जांच की जा रही है, जिनकी एचटेट ओएमआर सीट वैज्ञानिक जांच में संदिग्ध रिपोर्ट मिली है। 2009 और 2012 में प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती हुई। मधुबन स्थित फरेंसिक जांच लैब में चुने गए शिक्षकों की ओएमआर शीट में कई तरह की गड़बड़ें सामने आई हैं। इसलिए राज्य सरकार ने इन शिक्षकों को शारीरिक जांच कराने का निर्णय लिया है। August में शिक्षकों का फिजिकल वेरिफिकेशन शुरू हुआ।
एचएसएससी और मौलिक शिक्षा निदेशालय की संयुक्त कमिटी कार्य पूरा होने के बाद सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
इसके आधार पर सरकार संदिग्ध रिकॉर्ड वाले प्राथमिक शिक्षकों को नियुक्त करेगी।
अब मौलिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को 2009 बैच के 43 शिक्षकों और 2012 बैच के 29 शिक्षकों को आधार कार्ड या अन्य आईडी प्रूफ सहित शुक्रवार को सुबह साढ़े नौ बजे हेडक्वॉर्टर में उपस्थित करने के लिए कहा है।
इनमें 2009 बैच के 43 शिक्षक और 2012 बैच के 29 शिक्षक शामिल हैं। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि अगर किसी शिक्षक को दूसरे जिले में तबादला दिया गया है तो उसके स्थानीय जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को सूचित करें। इसके अलावा, शिक्षक का मामला जिस खंड से संबंधित है, उसके खंड शिक्षा अधिकारी भी जिम्मेदार हैं।