रूस यूक्रेन युद्ध के चलते महंगे हो सकते है इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स

रूस यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरू हो चुका है। युद्ध अगर लंबा चला तो सिर्फ रूस और यूक्रेन तक ही इसका असर सीमित नहीं रहेगा। भारत समेत दुनियाभर में युद्ध की हालात में इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट स्मार्टफोन, कार व लैपटॉप की कीमत में इजाफा हो सकता है। दुनियाभर में युद्ध की स्थिति में चिपसेट की कमी हो जाएगी।

 

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन से 90 फीसदी सेमीकंडक्टर ग्रेड नियॉन अमेरिका को सप्लाई होता है। अमेरिका को 35 फीसदी पैलेडियम रूस से सप्लाई किया जाता है। चिपसेट निर्माण में यह दोनों प्रोडक्ट अहम भूमिका निभाते हैं। ग्लोबली रूस 45 फीसदी सप्लाई करता है। सेंसर और मेमोरी समेत बनाने का काम यूक्रेन और रूस से सप्लाई रुकने पर रुक सकता है। आने वाले मेटल की भी सप्लाई यूक्रेन और रुस से बंद होने से चिपसेट निर्माण रुक सकता है। सेमीकंडक्टर बनाने के कारोबार पर यह सभी कारक ब्रेक लगा सकते हैं।

 

जापान की चिप बनाने वाली एक कंपनी ने कहा कि इन प्रोडक्ट की सप्लाई पहले से ही कम थी। पूरी तरह से युद्ध के हालात में सप्लाई बंद हो सकती है, यह एक गंभीर संकट खड़ा कर सकता है। चिप की कीमतों में ऐसे में भारी इजाफा हो सकती है।

 

सेमीकंडक्टर यानी अर्धचालक जिसका इस्तेमाल करंट को कंट्रोल करने में किया जाता है। सिलिकॉन से सेमीकंडक्टर बनाए जाते हैं। जो इलेक्ट्रिसिटी के गुड कंडक्टर कहे जाते हैं। एक माइक्रो सर्किट में जिसे फिट करके बनाया जाता है। किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की कल्पना बिना सेमीकंडक्टर के नहीं की जा सकती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग, वायरलेस नेटवर्किंग, 5G सिस्टम , IoT, ड्रोन, रोबोटिक्स और गेमिंग इंडस्ट्री सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल में किया जाता है।

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