भारत की सौगात: 22 पाकिस्तानी कैदी रिहा पाकिस्तान ने 198 भारतीय मछुआरों को भी रिहा किया

भारत की सौगात: 22 पाकिस्तानी कैदी रिहा पाकिस्तान ने 198 भारतीय मछुआरों को भी रिहा किया
जेसीपी अटारी पर तैनात प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण माहल ने बताया कि गुजरात की जेल से लाए गए 12 पाकिस्तानी कैदियों में से नौ मछुआरे जबकि तीन आम नागरिक हैं। 10 अन्य कैदियों को सजा पूरी होने के बाद अमृतसर की केंद्रीय जेल से रिहा किया

पाकिस्तान से 198 भारतीय मछुआरों की रिहाई के बाद शुक्रवार को भारत ने भी देश की अलग-अलग जेलों में बंद 22 पाकिस्तानी बंदियों को रिहा किया है। इनमें 12 बंदियों को गुजरात पुलिस और 10 को अमृतसर पुलिस शुक्रवार को ज्वाइंट चेक पोस्ट (जेसीपी) अटारी पहुंची। जहां इमीग्रेशन और कस्टम चेक करने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारियों ने इन्हें पाक रेंजर्स को सौंप दिया।

जेसीपी अटारी पर तैनात प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण माहल ने बताया कि गुजरात की जेल से लाए गए 12 पाकिस्तानी कैदियों में से नौ मछुआरे जबकि तीन आम नागरिक हैं। यह सभी सीमा पार कर भारत में घुसपैठ की थी। इसके अलावा 10 अन्य कैदियों को सजा पूरी होने के बाद अमृतसर की केंद्रीय जेल से रिहा किया।

इन लोगों ने अमृतसर देहात, बटाला, पठानकोट, तरनतारन और फिरोजपुर से भारतीय सीमा मे घुसे थे। जहां बीएसएफ ने इन्हें पकड़ने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया और अब सजा मुकम्मल होने के बाद इन्हें अमृतसर की जेल से रिहा कर पाकिस्तान भेज दिया गया।

अमृतसर की केंद्रीय जेल से रिहा होने वालों में अकील पुत्र अब्दुल माजिद, जावेद इकबाल पुत्र मोहम्मद इकबाल, मोहम्मद असलम पुत्र रमजान, मोहम्मद साहिब उर्फ शोएब पुत्र शेर मोहम्मद, जुलकार नैन हैदर पुत्र मिस्त्री गुलाम रसूल, मोहम्मद मुस्ताक पुत्र जावेद पुत्र फरजंद जावेद, इकबाल पुत्र बब्बू, इमरान शाहकी पुत्र मोहम्मद अलमस और मंजूर अहमद पुत्र बाली मोहम्मद शामिल हैं। इन पाकिस्तानी कैदियों को सजा पूरी होने के बाद जेल के अंदर डिटेंशन सेंटर में रखा गया था।

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