अखिलेश यादव ने किया भगवान गौतम बुद्ध का अपमान: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
उत्तर प्रदेश के कौशांबी में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी इलाके में हुई अखिलेश यादव की एक रैली के वीडियो का जिक्र करते हुए यह आरोप लगाया कि ये घोर परिवारवादी ( अखिलेश यादव ) किस तरह दलितों का अपमान करते हैं, ये उस वीडियो में साफ दिखाई देता है। उन्होंने कौशांबी में समाजवादी पार्टी की रैली के मंच पर अखिलेश यादव द्वारा भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा को स्वीकार नहीं करने की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसा करके अखिलेश यादव ने भगवान बुद्ध का अपमान किया है, दलितों का , पिछड़ों का और गरीबों का अपमान किया है।
प्रतिमा को तो स्वीकार नहीं किया लेकिन चांदी का मुकुट तुरंत लपक लिया
उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर हमला जारी रखते हुए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने ( अखिलेश यादव ) भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा को तो स्वीकार नहीं किया लेकिन चांदी का मुकुट तुरंत लपक लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि ये लोग गौतम बुद्ध की इस धरती पर गरीबों का कभी कल्याण नहीं कर सकते। दरअसल, इस वीडियो के सहारे भाजपा यह दावा कर रही है कि कौशांबी में सपा की रैली के दौरान जब मंच पर अखिलेश यादव को भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा दी जा रही थी तो उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया।
अखिलेश यादव जी भगवान तथागत गौतम बुद्ध से इतनी नफरत क्यों?
इससे पहले उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और कौशांबी के ही सिराथू विधानसभा से चुनाव लड़ रहे केशव प्रसाद मौर्य ने भी अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए सवाल पूछा कि, अखिलेश यादव जी भगवान तथागत गौतम बुद्ध से इतनी नफरत क्यों करते हो, क्या यह भी नई सपा का चरित्र है ! कौशांबी महाभारत, रामायण, पुराणों तक में प्रसिद्ध नगरी है, लेकिन घोर परिवारवादियों के राज में कौशांबी को विकास के लिए तरसा दिया गया। ये हमारी डबल इंजन की सरकार है, जो पूरी ईमानदारी से कौशांबी के विकास में जुटी है। कोई भी देश हो, कोई भी प्रदेश हो, अगर उसे आगे बढ़ना है, तो लोगों को एकजुट होना ही होता है। भारत और यूपी के तेज विकास के लिए हम सभी का एकजुट बने रहना, हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए बहुत जरूरी है।