CM Yogi के निर्देश पर प्रयागराज के 9 स्टेशनों की क्षमता और सुविधा में वृद्धि, 992 मेला स्पेशल ट्रेन दौड़ेंगी

CM Yogi News: उत्तर प्रदेश सरकार और रेलवे प्रशासन ने महाकुंभ 2025 को सफल बनाने के लिए व्यापक योजनाएं बनाई हैं। महाकुंभ की तैयारियों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निरंतर नजर बनाए हुए हैं।

CM Yogi: उत्तर प्रदेश सरकार और रेलवे प्रशासन ने महाकुंभ 2025 को सफल बनाने के लिए व्यापक योजनाएं बनाई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ की तैयारियों पर निरंतर नजर बनाए हुए हैं। महाकुंभ में आने वाले लाखों लोगों को सुगम, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव होना चाहिए, इसके लिए तेजी से कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है, जिनमें विशेषकर रेल यातायात और स्टेशन सुविधाओं में सुधार शामिल है। राज्य सरकार और रेलवे प्रशासन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुंभ 2025 को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए व्यापक तैयारियां कर रहे हैं। महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और सुविधाजनक होगी. प्रयागराज के रेलवे स्टेशनों की क्षमता और सुविधाओं में वृद्धि, विशेष ट्रेनों का संचालन, पैदल मार्ग की व्यवस्था और आपातकालीन योजनाएं यह सुनिश्चित करेंगे।

प्रयागराज के 9 बड़े रेलवे स्टेशनों का विस्तार होगा

प्रयागराज के 9 प्रमुख रेलवे स्टेशनों की सुविधा और क्षमता को बढ़ाया जा रहा है, क्योंकि महाकुंभ के दौरान बहुत से लोग आते हैं। मेला स्पेशल ट्रेनों को प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज जंक्शन, नैनी जंक्शन, छिवकी जंक्शन, रामबाग जंक्शन, झूंसी जंक्शन, फाफामऊ जंक्शन, प्रयाग जंक्शन और प्रयागघाट जंक्शन पर चलाने की व्यापक योजना बनाई गई है। इन स्टेशनों पर नवीनीकरण और विकास कार्य तेजी से चल रहे हैं। सूबेदारगंज स्टेशन और प्रयागराज स्टेशन पर यार्ड का नवीनीकरण किया जा रहा है। सोबेदारगंज में दो और झूंसी स्टेशन पर एक प्लेटफार्म बनाया जा रहा है। प्रयाग स्टेशन पर भी एक नया प्लेटफार्म बन रहा है। ट्रेनों की सफाई और रखरखाव के लिए इन स्टेशनों पर वाशिंग लाइनों का निर्माण और सुधार भी चल रहा है।

मेला स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था से श्रद्धालुओं की यात्रा होगी

2019 के 572 मेला स्पेशल ट्रेनों की तुलना में, रेलवे ने महाकुंभ 2025 के लिए 992 मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन करने की योजना बनाई है। 300 से अधिक विशेष मेला ट्रेनें मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर चलाई जाएंगी, ताकि श्रद्धालु आसानी से संगम नगरी पहुंच सकें। उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे डिवीजन इसमें महत्वपूर्ण योगदान देंगे। दिल्ली, कानपुर, मुंबई, झांसी, सतना, बांदा, मानिकपुर और उत्तर मध्य रेलवे के तहत ट्रेनों का संचालन होगा। पूर्वोत्तर रेलवे में बिहार, मुगलसराय और वाराणसी मार्ग से रामबाग और झूंसी स्टेशन पर मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। विशेष ट्रेनें उत्तर रेलवे के तहत गोरखपुर, फैजाबाद, लखनऊ और ऊंचाहार मार्ग पर फाफामऊ, प्रयाग और प्रयागघाट स्टेशनों पर चलेगी।

रेलवे स्टेशन से पैदल चलने का विशिष्ट प्रबंध

महाकुंभ में आने वाले लोगों को मेला क्षेत्र तक पहुंचने में कोई कठिनाई न हो, इसके लिए रेलवे स्टेशन से मेला क्षेत्र तक पैदल मार्ग बनाया गया है। यह व्यवस्था श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में आसानी से प्रवेश देगी। इससे भीड़ और अव्यवस्था को रोका जा सकेगा।

आपातकालीन योजनाएं और होल्डिंग एरिया

रेलवे प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण और आपातकालीन सेवाओं के लिए छह अलग-अलग योजनाएं बनाई हैं। रेलवे स्टेशनों पर अधिक भीड़ होने पर यात्रियों को व्यवस्थित करने के लिए इन योजनाओं के तहत 90 होल्डिंग एरिया निर्धारित किए गए हैं। यात्रियों को आपातकाल में होल्डिंग एरियाज में रोका जा सकता है, ताकि स्टेशन पर भीड़ कम हो और यात्रा आसान हो सके। इन आपातकालीन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य है कि श्रद्धालुओं को किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति में सुरक्षित रखा जाए और उन्हें कोई परेशानी न हो। साथ ही, जिला प्रशासन, पुलिस और मेला आयोजन दल मिलकर योजनाओं को लागू करेंगे।

नियंत्रण कक्ष और निगरानी प्रणाली

रेलवे ने प्रयागराज जंक्शन पर एक विशेष नियंत्रण कक्ष बनाया है, जो पूरे मेला क्षेत्र और सभी रेलवे स्टेशनों को देखेगा। यह नियंत्रण कक्ष सभी स्टेशनों की गतिविधियों पर नज़र रखेगा और समन्वय करेगा, ताकि कोई समस्या तुरंत हल की जा सके। इस नियंत्रण कक्ष से स्टेशन पर आने-जाने वाली ट्रेनों, भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा की निगरानी की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चल रही हैं ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।

स्टेशनों का हो रहा कायाकल्प

महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए, प्रयागराज जंक्शन का वृहद स्टेशन विकास योजना के तहत और फाफामऊ और प्रयाग जंक्शन का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कायाकल्प किया जा रहा है। ताकि ये स्टेशन महाकुंभ के समय पूरी तरह से विकसित और तैयार हों, उनका निर्माण अक्तूबर 2024 तक पूरा हो जाएगा। इसके तहत स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं का विस्तार होगा, जैसे वेटिंग रूम, टिकट काउंटर, प्लेटफार्म, वाशिंग लाइन और स्वच्छता सुविधाओं का विस्तार। इन स्टेशनों पर भी यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं।

Exit mobile version