Delhi CM Atishi: कामचलाऊ CM वाले बयान पर विवाद; LG के लेटर का आतिशी ने तंज के साथ तगड़ी सलाह दी

Delhi CM Atishi: दिल्ली में एक बयान पर राजनीतिक बहस चल रही है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एक पत्र लिखकर मुख्यमंत्री आतिशी को बताया कि उन्हें कामचलाऊ कहना आहत करने वाला है। मुख्यमंत्री आतिशी ने भी इस पत्र को कड़ा जवाब दिया है।

Delhi CM Atishi: दिल्ली में एक बयान को लेकर सियासी तकरार सामने आई है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एक पत्र लिखकर मुख्यमंत्री आतिशी को बताया कि उन्हें अस्थायी और कामचलाऊ घोषित करना उनके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाला है। मुख्यमंत्री आतिशी ने इस पत्र का उत्तर दिया है। आतिशी ने कहा कि सरकार के सभी चुने हुए सदस्य असल में अस्थायी हैं। यह देखकर मुझे बुरा लगा कि आपका पत्र रचनात्मक सहयोग के बजाय आलोचना पर केंद्रित था।

सभी निर्वाचित सदस्य होते हैं अस्थायी

आतिशी ने कहा कि यह हमारे देश में लोकतंत्र के मूल्यों का प्रमाण है कि सरकार के सभी चुने गए सदस्य अस्थायी हैं। इन लोगों को उनके कार्यकाल की अवधि तक पद पर बने रहना चाहिए। आप सक्रिय लोकतंत्र की इस सच्चाई को उजागर करने वाले बयान पर आपत्ति जताने से मैं चकित हूँ। यह देखकर मुझे अच्छा नहीं लगा कि आपका पत्र रचनात्मक सहयोग के बजाय आलोचना पर केंद्रित था।

शासन  को ओछी राजनीति से रहना चाहिए ऊपर

इसके साथ ही आतिशी ने एलजी को नसीहत के लहजे में लिखा है कि मुझे विश्वास है कि शासन को ओछी सियासत से ऊपर रहना चाहिए। मैं इस भावना पर काम करने का अनुरोध करता हूँ। साथ ही, आतिशी ने एलजी पर तंज कसते हुए कहा कि दुर्भाग्य से गैर जरूरी टोकाटोकी के कारण बार-बार आने वाले अवरोधों ने काम को धीमा कर दिया है। मैं आपके कार्यालय से अनुरोध करती हूं कि वह बाधा डालने के बजाय सकारात्मक भूमिका निभाए।

केजरीवाल की योजनाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध

आतिशी ने कहा कि केजरीवाल का शासन प्रणाली देश भर में एक मापदंड बन गई है। दिल्ली सरकार के कार्य अरविंद केजरीवाल की विरासत और दूरदृष्टि से प्रेरित हैं। इसी विरासत से आज हम प्रगति कर रहे हैं। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। भाजपा अब उपराज्यपाल का कार्यालय संभालता है। वह भाजपा के उद्देश्यों की रक्षा करने के चक्कर में साधारण दिल्लीवासियों के जीवन को खराब कर रहा है।

LG ने क्या कहा था?

एलजी ने आतिशी को लिखे पत्र में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री को कामचलाऊ और अस्थायी घोषित किया है। यह आपके नियोक्ता भारत की राष्ट्रपति और उनके प्रतिनिधि के रूप में मेरा भी अपमान था। यह भी बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान में निहित लोकतांत्रिक मूल्यों और भावनाओं की अवहेलना है।

मुख्यमंत्री के नाम की जा रहीं हवाई घोषणाएं

उप राज्यपाल ने यह भी कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा मुख्यमंत्री के नाम पर ही महिलाओं से संबंधित योजना की हवाई घोषणाएं की जा रही है। इससे भी मुख्यमंत्री पद और मंत्री परिषद की गरिमा धूमिल हुई है। हाल ही में दिल्ली सरकार के दो विभागों द्वारा जारी सार्वजनिक नोटिस के माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा अस्तित्वविहीन योजनाओं के लिए पंजीकरण कराए जाने के संबंध में लोगों को सावधान रहने को कहा गया है। यह घटना अभूतपूर्व है और निश्चय ही असहज करने वाला रहा होगा।

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