Shivling (शिवलिंग) और Jyotirlinga (ज्योतिर्लिंग) को क्या आप भी समझते हैं एक? जानें दोनों में क्या फर्क है और बारह ज्योतिर्लिंग कहां हैं

Shivling (शिवलिंग) और Jyotirlinga (ज्योतिर्लिंग):

Shivling (शिवलिंग) और Jyotirlinga (ज्योतिर्लिंग) हिंदू धर्म में भगवान शिव को कहा जाता है। लेकिन दोनों अलग हैं, ज्यादातर लोग दोनों को एक ही समझते हैं।

शिव पुराण के अनुसार शिवलिंग भगवान शिव का स्वरूप है। इस ग्रंथ में कहा गया है कि शिवलिंग पर भोलेनाथ का पूरा परिवार विराजमान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शिवलिंग की नियमित रूप से पूजा करने से जातक को हर समस्या दूर होती है। एक लोटा जल से भोलेनाथ प्रसन्न होकर अपने भक्तों को सुख-समृद्धि का वरदान देते हैं। ज्योतिर्लिंग और शिवलिंग एक ही  हैं, लेकिन दोनों में बहुत अंतर है। जो भोपाल में रहने वाले पंडित योगेश चौरे हमें इसके बारे में बता रहे हैं।

शिवलिंग क्या है?

शिव पुराण में Shivling (शिवलिंग) का अर्थ अनंत है, जिसका अर्थ है कि वह अनंत है। शिवलिंग को माता पार्वती और भगवान शिव का एकमात्र रूप माना जाता है, जहां लिंग का अर्थ प्रतीक है। शिवलिंग यानी भगवान शिव का प्रतीक है। मनुष्य ने भगवान शिव के प्रतीक के रूप में शिवलिंग का निर्माण करके उसे पूजा-पाठ करके अपने घरों में स्थापित किया है।

ज्योतिर्लिंग क्या है?

भारत में 12 ज्योतिर्लिंग हैं। ज्योतिर्लिंग, या भगवान शिव, उस स्थान पर एक ज्योति के रूप में प्रकट हुए। सरलता से कहा जाए तो भगवान शिव ने उस स्थान पर अपने आप को जन्म दिया था। ये बारह ज्योतिर्लिंग हैं, जो बारह राशियों को दर्शाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव का विशेष आशीर्वाद उस व्यक्ति को मिलता है जो अपने जीवनकाल में बारह ज्योतिर्लिंगों को देखता है।

12 ज्योतिर्लिंग कौन से और कहां हैं?

1. सोमनाथ ज्योतिर्लिंग – गुजरात
2. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग – गुजरात
3. केदारनाथ ज्योतिर्लिंग – उत्तराखंड
4. काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग – उत्तर प्रदेश
5. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग – मध्य प्रदेश
6. ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग – मध्य प्रदेश
7. त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग – महाराष्ट्र
8. घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग – महाराष्ट्र
9. भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग – महाराष्ट्र
10. वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग – झारखंड
11. मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग – आंध्र प्रदेश
12. रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग – तमिलनाडु

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