चंडीगढ़ प्रशासन की नई खेल नीति के तहत आज पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक Gulab Chand Kataria ने 2,394 खिलाड़ियों को 10.18 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति दी।
यह भव्य कार्यक्रम चंडीगढ़ के सेक्टर-42 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स में आयोजित किया गया, जहां Gulab Chand Kataria ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते।
चंडीगढ़ प्रशासन की नई खेल नीति के तहत आज पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक Gulab Chand Kataria ने 2,394 खिलाड़ियों को 10.18 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति दी। चंडीगढ़ के सेक्टर-42 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स में हुए इस बड़े कार्यक्रम में, Gulab Chand Kataria ने खिलाड़ियों को उत्साहित करते हुए कहा कि खेल आपको शारीरिक और मानसिक शक्ति देते हैं, साथ ही टीम वर्क, अनुशासन और नेतृत्व कौशल बनाने का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम भी हैं।
खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए प्रशासक Gulab Chand Kataria ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन खेलों को बढ़ावा देना चाहता है, इसलिए नई खेल नीति बनाई गई है। इस नीति के तहत खिलाड़ियों के लिए छात्रवृत्ति की राशि में बढ़ोतरी की गई है। अंडर-23 श्रेणी में स्वर्ण पदक विजेता को ₹60,000 की छात्रवृत्ति मिलेगी; रजत पदक विजेता को ₹54,000 की छात्रवृत्ति मिलेगी; और कांस्य पदक विजेता को ₹48,000 की छात्रवृत्ति मिलेगी। अंडर-19 वर्ग में स्वर्ण पदक विजेता को 48,000 रुपये, रजत पदक विजेता को 42,000 रुपये और कांस्य पदक विजेता को 36,000 रुपये मिलेंगे। साथ ही अंडर-14 वर्ग में स्वर्ण पदक के लिए 36,000, रजत पदक के लिए 30,000 और कांस्य पदक के लिए 24,000 की छात्रवृत्ति निर्धारित की गई है।
प्रशासक ने कहा कि खेलो इंडिया कार्यक्रम के बजट में तीन गुना वृद्धि की गई है, जिससे देश भर में खेलों के बुनियादी ढांचे को मजबूती मिली है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में खेलों को दिए जा रहे महत्व की सराहना करते हुए। इससे उभरते खिलाड़ियों को अधिक संसाधन मिलेंगे, जिससे वे देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर सकेंगे। उनका कहना था कि इस कदम को खेल जगत के लिए ऐतिहासिक कदम बताया जाता है और इससे भारत के खेल खिलाड़ियों को वैश्विक मंच पर चमकने का सुनहरा अवसर मिलेगा। चंडीगढ़ के खिलाड़ियों की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक Gulab Chand Kataria ने कहा कि यह शहर ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा, क्रिकेट लीजेंड कपिल देव और हॉकी के दिग्गजों का घर है। उनका मानना था कि चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा उठाए गए ऐसे उपायों से भविष्य में अधिक खेल प्रतिभाएं आएंगी।
सभा के दौरान, राज्यपाल ने खेल छात्रवृत्ति प्राप्तकर्ताओं को चेक दिए और उनके सुखद भविष्य की कामना की। खिलाड़ियों को उत्साहित करते हुए उन्होंने कहा, “हर खिलाड़ी में अपार संभावनाएं होती हैं। ठीक मार्गदर्शन, अनुशासन और कड़ी मेहनत आपको सफलता से नहीं रोक सकते।”
इस कार्यक्रम में चंडीगढ़ के मुख्य सचिव राजीव वर्मा भी उपस्थित थे। राज्यपाल के प्रधान सचिव विवेक प्रताप सिंह, खेल सचिव प्रेरणा पुरी, खेल निदेशक सोरभ कुमार अरोड़ा और खेल विभाग के अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी भी उनके साथ उपस्थित थे।