Guru Gobind Singh Jayanti 2025: जानें कब और कैसे मनाई जाएगी गुरु गोबिंद सिंह की जयंती, इसका महत्व, पूजा-पाठ, नगर कीर्तन और लंगर का आयोजन।
Guru Gobind Singh Jayanti 2025: गुरु गोबिंद सिंह जी सिखों के दसवें गुरु थे और उनके जीवन की शिक्षाएं आज भी अनुयायियों के लिए मार्गदर्शक हैं। हर साल पौष माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को उनकी जयंती मनाई जाती है। साल 2025 में यह पर्व इस बार दो बार पड़ रहा है। पहले 6 जनवरी को मनाया गया था, और अब कल यानी 27 दिसंबर 2025 को फिर से गुरु गोबिंद सिंह जयंती मनाई जाएगी।
गुरु गोबिंद सिंह जयंती का महत्व
गुरु गोबिंद सिंह जी ने 1699 में बैसाखी के दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी। उन्होंने धर्म, न्याय और सच्चाई के मार्ग पर चलने के लिए लोगों को प्रेरित किया। उनके जीवन और शिक्षाओं का अनुसरण करना आज भी सिख धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
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गुरु गोबिंद सिंह जयंती 2025 की तिथि| Guru Gobind Singh Jayanti 2025 Date
हिंदू पंचांग के अनुसार पौष माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि की शुरुआत 26 दिसंबर 2025 को दोपहर 01:43 बजे होगी और इसका समापन 27 दिसंबर 2025 को दोपहर 01:09 बजे होगा। इसी तिथि पर देश भर के गुरुद्वारों में इस पावन अवसर को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाएगा।
जयंती उत्सव कैसे मनाते हैं?
गुरु गोबिंद सिंह जयंती के दिन गुरुद्वारों में अखंड पाठ साहिब आयोजित किया जाता है। कीर्तन और भजन के माध्यम से गुरु साहिब की शिक्षाओं को याद किया जाता है। इस अवसर पर कई जगहों पर भव्य नगर कीर्तन निकाले जाते हैं। लंगर का आयोजन भी विशेष रूप से किया जाता है, जिसमें जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े और दवाइयां दी जाती हैं। घरों में भी श्रद्धालु गुरबाणी पढ़ते हैं और उनके उपदेशों का अनुसरण करते हैं।
गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती (Guru Gobind Singh Jayanti) न केवल उनके अनुयायियों के लिए बल्कि समाज में सेवा और भक्ति का संदेश फैलाने का अवसर भी है। इस दिन सभी लोग उनके जीवन और शिक्षाओं को याद करते हुए समाज में भाईचारा और धर्म की स्थापना का संकल्प लेते हैं।
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