LG VK Saxena: दिल्ली में सुरक्षा पर LG की सख्ती, कहां-कौन तैनात है? पुलिस को रिपोर्ट “नियमित” भेजनी होगी 

LG VK Saxena ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को निर्देश दिया है कि वे राष्ट्रीय राजधानी में तैनात पुलिसकर्मियों की सूची बनाएं। यही नहीं तैनात पुलिसकर्मियों की निगरानी कराने की व्यवस्था करें।

LG VK Saxena News: दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने पुलिस आयुक्त को दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए तैनाती की सूची बनाने का आदेश दिया है। यही नहीं तैनात पुलिसकर्मियों की सादे कपड़ों में वरिष्ठ अधिकारियों से निगरानी कराने की व्यवस्था करें। राज निवास के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि एलजी ने पुलिस आयुक्त से आदेशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की सूची भी बनाने को कहा है।

राज निवास के एक अधिकारी ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी चार्ट में उनकी तैनाती का विवरण और फोन नंबर होंगे, जो एलजी सचिवालय को नियमित निगरानी के लिए भेजा जाएगा। LG ने पुलिस आयुक्त को सादे कपड़े पहने वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम बनाने की सलाह दी है। यह टीम विभिन्न क्षेत्रों में पुलिस की मौजूदगी की निगरानी करेगी। एलजी ने सख्त चेतावनी दी है कि मामले में किसी भी तरह की ढिलाई को गंभीरता से लिया जाएगा।

एलजी ने विजिबल पुलिसिंग पर लगातार जोर दिया है। उनका मानना है कि विजिबल पुलिसिंग की कमी अपराध पर नकेल कसने में ‘सबसे बड़ी बाधा’ है। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को स्पष्ट रूप से बीट और चौकियों पर मौजूद रहने को कहा गया है। एलजी वरिष्ठ पुलिस और परिवहन अधिकारियों के साथ वीकली बेसिस पर शहर में यातायात की स्थिति की समीक्षा भी कर रहे हैं। इससे सड़कों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की बेहतर मौजूदगी देखी जा रही है।

गौरतलब है कि एलजी का सीधा कंट्रोल  दिल्ली पुलिस पर है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी अक्सर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती रहती है। आम आदमी पार्टी के मंत्री लगातार एलजी पर निशाना साधते रहे हैं और आरोप लगाते रहे हैं कि वीके सक्सेना के प्रशासन में राष्ट्रीय राजधानी में अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं। दिल्ली पुलिस ने चोरी, संगठित अपराध और हत्या के प्रयास जैसे अपराधों में बढ़ोतरी देखी गई है।

आंकड़े बताते हैं कि 15 अगस्त तक इस वर्ष चोरी के 5,735 मामले दर्ज किए गए हैं, जो 2023 से 25.25% अधिक है। 15 अगस्त तक, इस साल हत्या के प्रयास के 570 मामले दर्ज किए गए हैं, जो 2023 से 17.77 प्रतिशत अधिक है। संगठित अपराध के 35 मामले इस साल दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में विदेशों से सक्रिय गैंगस्टरों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) की कठोर धाराएं भी शामिल हैं।

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