जानें मासिक दुर्गाष्टमी 2025 का महत्व, पूजा विधि, शुभ तिथि और मंत्र। इस दिन मां दुर्गा की आराधना से जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।
मासिक दुर्गाष्टमी, मां दुर्गा की कृपा प्राप्ति के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण तिथि मानी जाती है। इस दिन विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने से साधक को सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और खुशहाली का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस बार मार्गशीर्ष माह की मासिक दुर्गाष्टमी 28 नवंबर 2025 को पड़ रही है।
मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व
मां दुर्गा अपने भक्तों को सभी प्रकार की बाधाओं और संकटों से सुरक्षा प्रदान करती हैं। मासिक दुर्गाष्टमी के दिन श्रद्धा भाव से पूजा-अर्चना करने से पारिवारिक जीवन में सुख-शांति, धन-समृद्धि और करियर में उन्नति मिलती है। व्रत करने वाले साधकों को मां दुर्गा की कृपा से जीवन में मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं और जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान होता है।
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मासिक दुर्गाष्टमी पूजा विधि
दिन की शुरुआत सुबह जल्दी उठकर स्नान और ध्यान से करें।
लाल वस्त्र धारण करें और पूजा स्थल की सफाई करें।
चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर मां दुर्गा की प्रतिमा या फोटो स्थापित करें।
देवी को लाल चुनरी, सोलह श्रृंगार, लाल फूल, फूलमाला और अक्षत अर्पित करें।
प्रसाद और चरणामृत चढ़ाएं।
घी का दीपक जलाकर आरती करें और प्रसाद सभी में बांटें।
शाम को गेहूं और गुड़ से बने व्यंजन ग्रहण कर व्रत खोलें।
मंत्र और ध्यान
श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम:
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महागौर्ये नम:
सर्वभूतॆषु मां गौरी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
ध्यान मंत्र: ॐ जटा जूट समायुक्तमर्धेंन्दु कृत लक्षणाम | लोचनत्रय संयुक्तां पद्मेन्दुसद्यशाननाम॥
मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत और पूजा विधि अपनाकर भक्त मां दुर्गा की असीम कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। यह दिन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जीवन में खुशहाली और सकारात्मक ऊर्जा लाने वाला अवसर भी है।
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