बिजनेस डेस्क। भारी उद्योग मंत्रालय के सचिव अरुण गोयल ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए पीएलआई स्कीम से देश में कम से कम 7.5 लाख नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। इससे पहले आज, सरकार ने ऑटो पीएलआई स्कीम के तहत प्रोत्साहन के लिए फोर्ड मोटर, हुंडई इंडिया, टाटा मोटर्स सहित अन्य 20 आवेदकों का चयन किया है।
भारी उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि स्वीकृत आवेदकों से 45,016 करोड़ रुपए के प्रस्तावित निवेश के साथ मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया के मामले में यह योजना एक बड़ी सफलता रही है। इस योजना के तहत मोटर वाहन क्षेत्र के लिए पीएलआई योजना के उन्नत मोटर वाहन प्रौद्योगिकी (एएटी) उत्पादों की स्वदेशी आपूर्ति श्रृंखला में नए निवेश करने के लिए उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए 18 फीसदी तक प्रोत्साहन दिया जाएगा।
ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग के लिए पीएलआई योजना के तहत कुल 115 कंपनियों ने अपना आवेदन दाखिल किया था, जिसे पिछले साल सितंबर में अधिसूचित किया गया था। इस योजना के उद्देश्यों में लागत की अक्षमताओं पर काबू पाना, पैमाने की अर्थव्यवस्था बनाना और एएटी उत्पादों के क्षेत्रों में एक मजबूत आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण शामिल है। यह योजना ऑटोमोबाइल उद्योग को रोजगार पैदा करने के अलावा, मूल्य श्रृंखला को उच्च मूल्य वर्धित उत्पादों में स्थानांतरित करने की सुविधा प्रदान करेगी।
सेकेट्री ने कहा कि हमने 60 दिनों की एप्लिकेशन विंडो खोली थी, जो इस साल 9 जनवरी को बंद हो गई और कुल 115 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें ऑटो कंपोनेंट श्रेणी के तहत 87 और ओईएम वाहन श्रेणी के तहत 38 शामिल हैं। सचिव ने कहा कि दोनों श्रेणियों में पांच आवेदकों ने आवेदन किया। उन्होंने कहा कि जहां तक ऑटो कलपुर्जों के 92 आवेदनों का संबंध है, वे प्रक्रिया में हैं और इसमें तीन से चार सप्ताह अधिक समय लगेगा। हालांकि, ओईएम श्रेणी में, 28 आवेदनों पर कार्रवाई की गई है और हमने 20 आवेदकों को योग्य घोषित किया है।