वह शख़्स जो कभी ट्रेनों में खीरा बेचा करता था, और लोग उसे मोदी समझ लेते थे, आज यूपी विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार है…. जी हां हम बात कर रहे हैं अभिनंदन पाठक की जिन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
56 वर्षीय अभिनंदन पाठक सहारनपुर के रहने वाले हैं और पीएम मोदी के हमशक्ल के रूप में काफी मशहूर भी है उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है इससे पहले उन्होंने भाजपा से भी टिकट मांगा था लेकिन पार्टी की तरफ से उन्हें कोई जवाब नहीं मिला, आपको बता दें की लखनऊ की जिस सरोजनी नगर विधान सभा सीट से अभिनंदन पाठक ने टिकट मांगा था वह लखनऊ की सबसे प्रतिष्ठित सीटों में से एक मानी जाती है शायद यही कारण है कि पार्टी की तरफ से उन्हें कोई जवाब नहीं दिया । फिलहाल अभिनंदन इसी सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे…
अभिनंदन से बात करने पर उन्होंने बताया कि वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पत्र के जरिए लखनऊ के इस सीट से टिकट मांगा था लेकिन उनके पत्र पर ध्यान नहीं दिया गया अभिनंदन खुद को मोदी भक्त बताते हुए यह भी कहा कि बीजेपी मुझे अनदेखी कर सकती है लेकिन मैं चुनाव जरूर लूंगा।
अभिनंदन जी ने आगे बताया कि पार्टी पहले भी उनकी टिकट की मांग को अनदेखा कर चुके हैं उनका दावा है कि अपनी पत्नी से तलाक लेने के बाद वह ट्रेनों में खीरे बेचा करते थे दरअसल आर्थिक सहयोग ना दे पाने के चलते अभिनंदन पाठक की पत्नी मीरा पाठक ने उनसे तलाक लेने की अर्जी दी थी अभिनंदन की तीन बेटियों सहित कुल 6 बच्चे हैं हालांकि घर छोड़ने के बाद से उनकी पत्नी ने उनसे कभी संपर्क नहीं किया
बात करें अभिनंदन के चेहरे मोहरे की तरह देखने में बिल्कुल नरेंद्र मोदी जैसे लगते हैं और उन्हें लोग नरेंद्र मोदी के हमशक्ल के नाम से ही जानते हैं