3 मार्च तक ईडी की हिरासत में नवाब मलिक, देश के नंबर 1 दुश्मन से जुड़ा है मामला
नेशनल डेस्क। महाराष्ट्र के मंत्री और राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक को 3 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया गया है। उन्हें भगोड़े अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। नवाब मलिक को बुधवार सुबह दक्षिण मुंबई में ईडी के कार्यालय में पूछताछ के लिए ले जाया गया, जिसके बाद उन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। 62 वर्षीय राकांपा नेता को फिर प्रक्रिया के अनुसार चिकित्सकीय जांच के लिए दोपहर में सरकारी जेजे अस्पताल ले जाया गया।
Main jhukega nahi! #WeStandWithNawabMalik pic.twitter.com/c5qfBN6OS0
— Office of Nawab Malik (@OfficeofNM) February 23, 2022
भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम, उसके सहयोगियों और मुंबई अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा आज दोपहर गिरफ्तार किए जाने के बाद महाराष्ट्र के मंत्री को मुंबई की एक विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने नवाब मलिक को 3 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया।
भाजपा कितना भी षडयंत्र करले पर @nawabmalikncp जी को झुका नही पायेंगे pic.twitter.com/FCiUbBpESL
— Shilpa Bodkhe – प्रा.शिल्पा बोडखे (@BodkheShilpa) February 23, 2022
मामला क्या है?
सूत्रों के मुताबिक, दाऊद इब्राहिम के सहयोगियों के साथ नवाब मलिक का सौदा ईडी की जांच के दायरे में था। ईडी ने नवाब मलिक को पूछताछ के लिए पेश होने के लिए समन जारी किया था। एजेंसी दाऊद इब्राहिम, उसके भाई अनीस, इकबाल, सहयोगी छोटा शकील और अन्य के खिलाफ दर्ज मामले की जांच कर रही थी।
पिछले हफ्ते, ईडी ने अंडरवर्ल्ड और दाऊद इब्राहिम से जुड़े तत्वों के लिए मुंबई भर में विभिन्न स्थानों पर तलाशी शुरू की। ईडी की छापेमारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा दाऊद इब्राहिम के खिलाफ हाल ही में दर्ज मामले के संबंध में थी। ईडी अधिकारी मलिक और उनके करीबी लोगों के कुछ अन्य व्यापारिक सौदों की भी जांच कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने नवाब मलिक को अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोगों से जोड़ने के लिए मनी ट्रेल स्थापित करने का दावा किया है। ईडी का यह भी कहना है कि उनके पास एक अचल संपत्ति परियोजना में नवाब मलिक के बेनामी निवेश का ब्योरा है। कथित तौर पर इन आधारों पर नवाब मलिक की रिमांड मांगी गई थी।