पंजाब बना पहला राज्य जिसने सीमा पर तैनात किया एंटी-ड्रोन सिस्टम, 51.41 करोड़ की लागत से मादक पदार्थों की तस्करी पर लगेगा लगाम

पंजाब सरकार ने पाकिस्तान से ड्रोन के ज़रिए हो रही नशे की तस्करी को रोकने के लिए 51.41 करोड़ रुपये की लागत से एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किया।

पंजाब ने राष्ट्रीय सुरक्षा और नशे के खिलाफ जंग में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए भारत-पाक सीमा पर एंटी-ड्रोन सिस्टम की तैनाती शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को तीन एंटी-ड्रोन सिस्टम से लैस विशेष वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अत्याधुनिक तकनीक की स्थापना पर 51.41 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, और यह पंजाब को ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बना देता है।

सीमा पार से ड्रोन के ज़रिए हो रही तस्करी पर लगेगा ब्रेक

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से पंजाब में ड्रोन के माध्यम से नशे और हथियारों की तस्करी की जा रही है। इन गतिविधियों को रोकने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात करना एक बड़ा कदम है। पहले चरण में तीन सिस्टम चालू कर दिए गए हैं और जल्द ही छह और एंटी-ड्रोन यूनिट्स को राज्य के संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थापित किया जाएगा।

पंजाब की 553 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पाकिस्तान के साथ लगती है, जहां से लगातार ड्रोन गतिविधियां रिपोर्ट होती रही हैं। भगवंत मान ने कहा कि अब ये नापाक इरादे नाकाम होंगे।

पूर्ववर्ती सरकारों पर कड़ा हमला

सीएम मान ने कहा कि पूर्व सरकारों की लापरवाही के कारण पंजाब की युवा पीढ़ी नशे के दलदल में फंस गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि अकाली दल सरकार के समय मंत्रियों की गाड़ियों का इस्तेमाल नशा तस्करी में होता था।

उन्होंने आंकड़े साझा करते हुए बताया कि 2009 तक 1,000 युवा नशे की चपेट में थे, जो 2015 तक बढ़कर 20 लाख हो गए। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस काले कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए ‘युद्ध स्तर पर काम’ कर रही है।

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स्कूलों में पढ़ाई जाएगी नशे के खिलाफ शिक्षा

पंजाब सरकार अब नशे के खिलाफ जागरूकता को स्कूली शिक्षा का हिस्सा बना रही है। 3068 सरकारी स्कूलों में, 8 लाख से अधिक छात्रों को, 9वीं और 12वीं कक्षा में नशे के दुष्प्रभावों पर आधारित सिलेबस पढ़ाया जाएगा। सीएम ने बताया कि इसका पायलट प्रोजेक्ट पहले ही मालवा क्षेत्र के अर्नीवाला गांव के स्कूल में लागू किया जा चुका है।

नशा तस्करों की संपत्ति जब्त, अस्पताल और स्कूल बनाए जाएँगे

इस मौके पर AAP सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी वर्चुअल रूप से कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नशा तस्करों की अवैध संपत्तियों को फ्रीज किया जा रहा है। उन संपत्तियों को नीलाम कर अस्पताल और स्कूल बनाए जाएँगे। नशे के शिकार युवाओं को मुफ्त इलाज और स्किल डिवेलपमेंट के जरिए समाज की मुख्यधारा में जोड़ा जाएगा।

पंजाब पुलिस को सराहना और तकनीकी सहयोग का आश्वासन

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब पुलिस न केवल समर्पित है, बल्कि अन्य राज्यों की तुलना में अधिक आधुनिक तकनीकों से लैस है। आवश्यकता पड़ने पर पुलिस को और उन्नत सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी। कार्यक्रम के दौरान DGP गौरव यादव, अर्पित शुक्ला, DIG अश्विनी कपूर, और कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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