UP CM Yogi: विधानसभा में एनपीएस पर सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने आठ लाख कर्मचारियों के पेंशन खाते खोले हैं।

UP CM Yogi: एनपीएस पर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनाने के बाद राज्य में करीब 8 लाख कर्मचारियों के पेंशन खाते खोले गये।

UP CM Yogi: विधान परिषद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवीन पेंशन स्कीम (एनपीएस) पर भाषण दिया। एनपीएस पर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में बीजेपी की सरकार बनने के बाद करीब 8 लाख कर्मचारियों के पेंशन खाते खोले गये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2005 में मुलायम सिंह यादव की सपा सरकार थी जब न्यू पेंशन स्कीम लागू हुई। 2007 से 2012 तक बसपा और फिर 2012 से 2017 तक सपा की सरकार थी, लेकिन दुर्भाग्यवश एक भी कर्मचारी के पेंशन खाते नहीं खोले गए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2018 में तत्कालीन फाइनेंस सेक्रेटरी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई। इसमें संबंधित विशेषज्ञों भी शामिल थे। कर्मचारी संगठनों के बारे में भी चर्चा हुई। ये लगभग आठ लाख कर्मचारियों की समस्या थी। तब पता चला कि सरकार को अपना हिस्सा थोड़ा और बढ़ाना होगा और कर्मचारियों को उनकी अंतिम भुगतान का 50 प्रतिशत देना होगा। आंकलन ने बताया कि अगर सरकार और कर्मचारी समय पर धन जमा करते हैं और कर्मचारी किसी योजना से धन जोड़ता है, तो रिटायरमेंट के बाद करीब 60 प्रतिशत तक धन पेंशन के रूप में मिल सकता है। इसके बाद हमने सरकारी पेंशन स्कीम में हिस्सेदारी को 10 प्रतिशत से 14 प्रतिशत कर दिया है। हमने सभी कर्मचारियों के अकाउंट खोले और 2005 से 2017 तक का पैसा जो कर्मचारियों के खाते में नहीं गया था, क्योंकि खाता ही नहीं था, उस पैसे को भी डालने का कार्य किया।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 2005 में न्यू पेंशन स्कीम लागू होने के वक्त 70 हजार लोगों को पुरानी पेंशन स्कीम में ही रखा गया था, जिनमें बहुत से शिक्षक थे। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नवीन पेंशन स्कीम को निजी बैंकों में जमा करने की शिकायत को गंभीरता से लिया गया है और इस पर कार्रवाई भी की गई है। साथ ही धन को वापस लाया गया है। सरकार चाहती है कि किसी भी सरकारी योजना का धन राष्ट्रीयकृत बैंक में ही जुड़े।

आप हमेशा नेता प्रतिपक्ष बने रहे, आशा करता हूं

उससे पहले, मुख्यमंत्री ने लाल बिहारी यादव को विधान परिषद् में नेता विरोधी दल बनने पर बधाई दी और उनसे चुटकी लेते हुए कहा कि उम्मीद है कि आप हमेशा इस पद पर रहेंगे। उनका कहना था कि ये सदन सब समाज का प्रतिनिधित्व करता है। यह स्थान स्थानीय निकायों, शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों, स्नातक मतदाताओं और राज्यपाल के मनोनयन से आता है। सरकार आपकी भावनाओं का पूरा सम्मान करने को प्रतिबद्ध है। साथ ही पीठ से आवश्यक दिशा-निर्देश भी सम्मानित किए जाते हैं।

सदस्यों ने योगी को अपनी पीड़ा बताई।

विधान परिषद के प्रश्नकाल के दौरान, सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी समस्याएं बताईं। कहा कि विधान सभा और विधान परिषद के बीच भेदभाव किया जाता है। इसे समाप्त करें। नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने विधायकों को मिलने वाले वेतन-भत्तों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि रिटायरमेंट के बाद आर्थिक स्थिति खराब हो जाती है। इसलिए वेतन-भत्ते के साथ पेंशन में वृद्धि की जानी चाहिए। श्री योगी ने इस पर कहा कि सरकार आपकी भावनाओं का पूरा सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही पीठ से आवश्यक दिशा-निर्देश भी सम्मानित किए जाते हैं।

तकरार के साथ-साथ हंसी-मजाक और चुटकियों का दौर भी चला।

पेंशन पर चर्चा के दौरान कुछ बहस हुई, हंसी-मजाक हुआ और चुटकियां हुईं। नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पेंशन पर बहुत अच्छी बातें कहीं, लेकिन कुछ बातें नहीं कहीं। उस समय पूरे देश में नवीन पेंशन लागू की गई, उन्होंने यह नहीं बताया कि उस समय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे, जब पूरे देश में न्यू पेंशन लागू की गई। इस दौरान सपा सदस्यों ने यह भी कहा कि न्यू पेंशन के खाते सपा सरकार में ही खुल गए थे। यदि ऐसा नहीं है तो सरकार इस पर श्वेत पत्र जारी करे।

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