UP News: सीएम योगी भी कर रहे हैं मानीटरिंग, यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का काउंट डाउन शुरू, जानिए तैयारियां

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UP News: यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का काउंट डाउन शुरू हो गया है। प्रदेश सरकार की प्रतिष्ठा अब इस परीक्षा का मुद्दा बन गई है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री 23 अगस्त से शुरू होने वाली सैन्य भर्ती परीक्षा को लेकर बहुत गंभीर है। उसकी कठोरता को देखते हुए कई जांच एजेंसियां चौतरफा सर्विलांस में जुट गई हैं।

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का काउंट डाउन शुरू हो गया है। प्रदेश सरकार की प्रतिष्ठा अब इस परीक्षा का मुद्दा बन गई है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री 23 अगस्त से शुरू होने वाली सैन्य भर्ती परीक्षा को लेकर बहुत गंभीर है। उसकी कठोरता को देखते हुए कई जांच एजेंसियां चौतरफा सर्विलांस में जुट गई हैं। परीक्षा केन्द्रों पर एसटीएफ, एलआईयू और क्राइम ब्रांच के घेरे बनाए गए हैं, जिसमें परिन्दा भी घुस नहीं सकेगा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस रहेगी, आधुनिक तकनीक का बेहतर उपयोग करते हुए। परीक्षा केंद्रों तक सीसी कैमरों से निगरानी की जाएगी। ड्रोन भी संवेदनशील केन्द्रों को पहचानेगा।

23 अगस्त से 31 अगस्त तक चलने वाली इस सैन्य भर्ती परीक्षा के लिए 67 जिलों में 1,174 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। उन्हें एडीएम और एसपी स्तर के अधिकारी सुरक्षित रखेंगे। एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और सर्विलांस के अलावा कई अन्य जांच निकायों ने सहयोग किया है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि हर छोटी-छोटी बात पर ध्यान दिया जा रहा है ताकि परीक्षा में कोई गड़बड़ी न हो। एसटीएफ, ट्रैफिक, रेलवे और डायल-112 के अलावा सभी जोन के एडीजी, आईजी, डीआईजी, एसएसपी और एसपी को अलर्ट किया गया है। अतिसंवेदनशील स्थानों पर और भी सीसी टीवी लगवाए गए हैं। हर परीक्षा केंद्र में एक सुरक्षा कर्मचारी होगा।

परीक्षार्थी के घर पहुंचने तक एजेंसियां सतर्क रहेगी

डीजीपी ने कहा कि पुलिस और अन्य जांच निकाय परीक्षा के दो दिन पहले से लेकर परीक्षा खत्म होने के बाद तक सतर्क रहेंगे जब तक विद्यार्थी और उनके अभिभावक घर नहीं पहुंचेंगे। रेलवे, बस, मेट्रो स्टेशन, टैक्सी स्टैंड, होटल-रेस्त्रां और अन्य स्थानों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस भी होगी। परीक्षा के दिन भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर भी पुलिस बल लगाया जाएगा।

परीक्षा केंद्र के आसपास की दुकानों पर निगरानी रहेगी

परीक्षा केंद्र के चारों ओर फोटो कॉपी, दुकानें और साइबर कैफे भी पुलिस की निगरानी में रहेंगे। केन्द्रों पर संबंधित थाने के पुलिसकर्मी और पुलिस वाहन मुस्तैद रहेंगे। केन्द्र के पास कोई ठेला दुकान नहीं होगी। डीजीपी ने कहा कि जिन शहरों में परीक्षा केंद्र नहीं बनाए गए हैं, वहां भी अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा गया है। इसके अलावा, आपातकालीन सेवाओं के लिए भी अस्पताल चुने गए हैं।

भ्रम फैलाने वालों पर भी निगरानी

सोशल मीडिया सेल, एलआईयू और अन्य निकायों को सूचित किया गया है कि अफवाहों को रोकें। डीजीपी ने कहा कि किसी भी अफवाह फैलाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी गलत पोस्ट का सोशल मीडिया पर तुरंत संज्ञान लिया जाएगा और दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 

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