जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान CM शिवराज सिंह से खास बातचीत:पुरानी पेंशन योजना और चुनाव के बाद खुद की भूमिका पर स्पष्ट उत्तर

जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान CM शिवराज सिंह

सागर जिले के खुरई कस्बे में एक छोटी सी गली और एक उमस भरी दोपहर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुली कार में हैं। उनकी ओर सड़क के दोनों तरफ फूलों की पंखुड़ियां आ रही हैं। वे इन्हीं पंखुड़ियों को कैच करते हैं और फिर उन्हें भीड़ की ओर उछाल देते हैं। साथ ही, वे दैनिक भास्कर से पूछे जाने वाले प्रश्नों का उत्तर भी दे रहे हैं। इस निर्णय के बाद आप अपनी भूमिका को कैसे देखते हैं? एक कार्यकर्ता के रूप में, वे कहते हैं।

भाजपा ने जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से विधानसभा चुनाव से पहले जनसंपर्क शुरू किया है। यात्रा के लिए खास प्रबंध किए गए हैं क्योंकि खुरई नगरीय प्रशासन मंत्री और इस यात्रा के वरिष्ठ इंचार्ज भूपेंद्र सिंह का विधानसभा क्षेत्र है। दो राज्यों के मुख्यमंत्री शिवराज और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी कार में सवार हैं। उन्हें स्वागत करने के लिए एक जेसीबी भी तैनात किया गया था, जिसके पंजे से कार्यकर्ता फूल फेंक रहे थे।

मंगलवार को भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा सागर के खुरई पहुंची। मुख्यमंत्री शिवराज ने यहां सभा में बीना-खुरई-सागर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा, ‘उत्तराखंड देवभूमि है, बुंदेलखंड वीरों की भूमि है।दोनों मुख्यमंत्रियों के साथ मंत्री भूपेंद्र सिंह भी उपस्थित थे।
मंगलवार को भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा सागर के खुरई पहुंची। मुख्यमंत्री शिवराज ने यहां सभा में बीना-खुरई-सागर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा, ‘उत्तराखंड देवभूमि है, बुंदेलखंड वीरों की भूमि है।दोनों मुख्यमंत्रियों के साथ मंत्री भूपेंद्र सिंह भी उपस्थित थे।
यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। चुनाव के बाद खुद की भूमिका से लेकर चुनाव लड़ने से जुड़े सवालों के जवाब देने के लिए इन इंटरव्यू को पढ़ें..।

समस्या: यह यात्रा पिछली जन आशीर्वाद यात्राओं से कितनी अलग है?

CM: जनता तब भी साथ थी और आज भी है। हम परिवार नहीं, सरकार चला रहे हैं। यह संबंध मुख्यमंत्री नहीं, भाई-मामा ने बनाया है। जनता की सेवा करने पर परिवार का आशीर्वाद मिलता है।

समस्या: सनातन धर्म पर लगातार बोली जाती है। क्या यह चुनाव का विषय है?

CM: इसे देश और मध्यप्रदेश सहन नहीं करेगा। सनातन धर्म का कोई आदि या अंत नहीं है। हमारी भावना है “वसुधैव कुटुंबकम”। सनातन धर्म, जियो और जीने दो, प्राणियों में सद्भावना है। आज तक कोई इसे समाप्त नहीं कर पाया है। कई मुगल, शक और हूण आए। कोई खत्म नहीं हुआ। इन इंडि गठबंधन के सदस्यों ने डेंगू, मलेरिया और कोविड जैसे वायरसों को सनातन धर्म का अपमान बताया है। कांग्रेस, राहुल गांधी या सोनिया गांधी ने कुछ नहीं कहा। इसका अर्थ यह है कि सनातन धर्म की आलोचना उन्हें उत्साहित करती है और उन्हें ऊर्जा देती है।

क्या यह चुनाव इसी मुद्दे पर होगा?

CM: विकास और जन कल्याण इस चुनाव का मुद्दा होगा।

समस्या: क्या कहेंगे दिग्विजय ने मप्र की वित्तीय स्थिति पर ट्वीट किया?

CM: वे घबरा गए हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है। जनता के हित में उनकी कोई कार्रवाई नहीं हुई। हम कर रहे हैं, इसलिए उनके पेट में दर्द है। अधिकारियों को डराया जाता है। कुछ करने की इच्छा ही नहीं थी। वे दशक तक रहे। क्षेत्र को विभाजित कर दिया। आज जब विकास और जनता के कल्याण की योजनाएं बनाकर जनता के खाते में पैसा डालते हैं, तो उनका मन दुखी है। ये क्रोधित व्यक्ति अधिकारियों को धमका रहे हैं। हम इस जोखिमपूर्ण मानसिकता को दूर करेंगे।

समस्या: क्या कांग्रेस आप पर आरोप लगाती है कि आपने उनकी योजनाओं और मुद्दों को छेद किया?

CM: हम लोगों को सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। यह मुद्दा क्या है?

समस्या: कांग्रेस ओल्ड पेंशन स्कीम पर चर्चा कर रही है। तुम्हारी राय क्या है?

CM: भारतीय जनता पार्टी का मत हमारा मत है।

समस्या: जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि मुफ्त रेवड़ी की राजनीति नहीं होनी चाहिए, तो क्या लाड़ली बहना योजना भी ऐसी है?

CM: रेवड़ी नहीं है। इसे रेवड़ी नहीं कहना चाहिए। यह अभियान बहनों की जिंदगी बदलनेवाला है।

समस्या: Kamalanath के विधानसभा चुनाव लड़ने पर बहस चल रही है। आप चुनाव लड़ेंगे?

CM: वे घबरा गए हैं। लड़ो या न लड़ो। यहां भी हमारी पार्टी निर्धारित होती है। हम संघर्ष करेंगे। मैदान से हम कभी निकल जाते हैं। हम भी लड़ेंगे, पूरी पार्टी भी।

3 सितंबर को, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चित्रकूट से MP में पहली जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की। राइट में उनके लेफ्ट केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, विधायक भाजपा के अध्यक्ष वीडी शर्मा, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय।
3 सितंबर को, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चित्रकूट से MP में पहली जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की। राइट में उनके लेफ्ट केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, विधायक भाजपा के अध्यक्ष वीडी शर्मा, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय।
25 सितंबर को भोपाल में पांच यात्राओं के समापन पर महाकुंभ

भाजपा मध्यप्रदेश में पहली बार पांच जन आशीर्वाद यात्राएं एक साथ कर रही है। ये सभी यात्राएं 10543 किलोमीटर चलेंगे। 25 सितंबर को भोपाल में कर्मचारी महाकुंभ होगा। पार्टी का दावा है कि 10 लाख कार्यकर्ता राज्य भर से महाकुंभ में जुटेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शायद आ जाएँ।

Exit mobile version