पंजाब देश में सबसे अधिक गन्ने खरीदेगा; किसान जत्थेबंदियों के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने घोषणा की
पंजाब देश में सबसे अधिक गन्ने खरीदेगा; किसान जत्थेबंदियों के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने घोषणा की
शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार आने वाले समय में भी गन्ना काश्तकारों को उच्चतम दर देगी।
मुख्यमंत्री ने आज पंजाब भवन में किसान जत्थेबंदियों से चर्चा के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार गन्ना काश्तकारों को अधिक कीमत देने में हमेशा पहली रही है और यह रुझान अब भी जारी रहेगा। उन्हें बताया गया कि राज्य सरकार स्टेट ऐग्रीड प्राइस (SAP) के तहत गन्ने का मूल्य 380 रुपए प्रति क्विंटल था, जो देश में सबसे अधिक था, लेकिन हरियाणा ने इसे हाल ही में 386 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि आने वाले दिनों में राज्य सरकार शुगर मिल मालिकों के साथ बैठक करके किसानों को खुशखबरी देगी।
पंजाब देश में सबसे अधिक गन्ने खरीदेगा; किसान जत्थेबंदियों के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि पंजाब देश में सबसे अधिक गन्ने का मूल्य होगा; किसान जत्थेबंदियों के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने घोषणा की
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पंजाब के इतिहास में पहली बार गन्ना काश्तकारों के पिछली सरकारों से छोड़े गए सभी बकायों का भुगतान किया है। उनका कहना था कि राज्य में 16 चीनी मिलें हैं, जिनमें से नौ सहकारी क्षेत्र से हैं, और बाकी सार्वजनिक क्षेत्र से हैं
भगवंत सिंह मान ने कहा कि सिर्फ दो निजी मिलों (फगवाड़ा और धूरी) पर बकाया है।
उनका कहना था कि इन मिलों से पैसे की वापसी के लिए प्रक्रिया चल रही है और जमीन बेचने के बाद किसानों को भुगतान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि समाज के किसी भी वर्ग से बातचीत करने के लिए हमारे दरवाज़े हमेशा खुले हैं, लेकिन प्रदर्शनों के नाम पर आम आदमी की परेशानी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस रुझान को रोकना चाहिए ताकि आम लोगों को प्रदर्शनों से कोई परेशानी न हो।
साथ ही उन्होंने कहा कि खुशी की बात है कि किसान जत्थेबंदियों ने इसका अच्छा समर्थन दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सरकार समाज के विभिन्न वर्गों के मुद्दों को बातचीत के माध्यम से हल करने के लिए हमेशा तैयार है और आम आदमी को परेशान करने के रुझान को दूर करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी गतिविधियों से आम जनता को परेशानी होती है, जिससे लोग प्रदर्शनकारियों के खिलाफ होते हैं, जो समाज में विभाजित करता है। उनका कहना था कि ऐसे प्रदर्शन अनुचित हैं और आम आदमी को परेशान करते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि किसानों ने व्यापक जनहित में रेल और सड़क यातायात खोलने का निर्णय लिया है, जो संतोषजनक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि पंजाब हर क्षेत्र में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बन जाए, इसलिए हर वर्ग का सहयोग आवश्यक है। उनका कहना था कि यह सरकार जनहित में काम करती है और राज्य की हर कार्रवाई जनहित में होती है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य का हर पैसा लोगों की सेवा में खर्च किया जा रहा है और इस अच्छे काम के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विचार-विमर्श की प्रक्रिया में कोई भी विजेता या हारा नहीं होगा क्योंकि हर निर्णय राज्य की भलाई यकीनी बनाने के लिए किया जाता है। उनका कहना था कि राज्य सरकार ने मुफ्त बिजली देने, आम आदमी क्लीनिक खोलने, सरकारी नौकरियां देने और निजी क्षेत्र में नए रोजगार के मौके बनाने के मिसाली कदम उठाए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब को पूरी तरह से विकसित करने के लिए काम कर रही है, इसलिए यह पहलकदमियां आने वाले दिनों में भी जारी रहेंगी।
मुख्यमंत्री ने किसानों को वित्तीय लाभ देने और पराली न जलाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि किसानों को वैकल्पिक फसलों पर भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देना चाहिए ताकि उनकी आय बढ़े। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे किसानों को गेहूँ और धान के फ़सली चक्कर से बाहर निकलने का उत्साह मिलेगा और उनकी आमदन भी बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को सचेत किया कि वह किसानों को एमएसपी खत्म करने के बारे में धमकाना बंद करे। उनका कहना था कि पराली जलाने की समस्या अब पूरे उत्तर और मध्य भारत में है, इसलिए केंद्र सरकार को इसकी बजाय कोई स्थायी समाधान खोजना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री रूस और युक्रेन के बीच चल रहे संकट को हल करने की ढींगे हांक सकते हैं, तो यह उनके लिए बहुत छोटा मुद्दा होगा, लेकिन इससे देश का वातावरण बचेगा।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि पंजाब ने देश को अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया और केंद्र सरकार को राज्य के मेहनती किसानों को इस मामले में अपना काम करना चाहिए। उनका कहना था कि कृषि क्षेत्र को सौतेली माँ की तरह व्यवहार करने की बजाय केंद्र सरकार को कृषि को लाभदायक धंधा बनाने की कोशिश करनी चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी का संसद मैंबर पंजाब से जुड़े यह सभी मुद्दे अगले संसदीय सत्र में उठाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पंजाब के राज्यपाल जल्द ही सभी बकाया बिलों को मंजूरी देंगे। उनका कहना था कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट निर्णय दिया है, लेकिन पंजाब विधान सभा द्वारा पारित बिल अभी भी राज्यपाल के पास है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्यपाल को अपने संवैधानिक और विधानक कर्तव्यों को पूरा करने का समय आ गया है ताकि राज्य में चुनी हुई सरकार ठीक से काम कर सके।