सरकारी कार्यालयों के काम के घंटों में बदलाव से प्रतिदिन 250 मेगावाट बिजली की बचत होगी, जबकि अप्रैल के ठंडे महीने में बैंकिंग गतिविधियों में वृद्धि हुई थी।

सरकारी कार्यालयों के काम के घंटों में बदलाव से प्रतिदिन 250 मेगावाट बिजली की बचत होगी, जबकि अप्रैल के ठंडे महीने में बैंकिंग गतिविधियों में वृद्धि हुई थी।

पावरकॉम के अधिकारियों ने कहा है कि पीक लोड घंटे दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे के बीच होते हैं, और अगर सरकारी कार्यालय इस दौरान बंद रहते हैं, तो रोजाना 250 मेगावाट तक बिजली बचाई जा सकती है। पावरकॉम को थर्मल और हाइडल से 6400 मेगावॉट और साथ ही सेंट्रल पूल से 4500 मेगावॉट प्राप्त होगा। पंजाब में सरकारी दफ्तरों का समय मंगलवार से सुबह 7.30 बजे से दोपहर 2 बजे तक समायोजित किया गया है, जिससे प्रतिदिन 250 मेगावाट बिजली की बचत हो सके। अप्रैल में ठंड का मौसम धान के मौसम में बिजली की मांग को पूरा करना आसान बना देगा। फिलहाल पावरकॉम बैंकिंग सिस्टम के तहत बिजली जमा कर रहा है और जून और जुलाई में इसे वापस ले लेगा।

पावरकॉम की रिपोर्ट में जून से सितंबर के बीच 1237 से 2012 मेगावाट बिजली की कमी की भविष्यवाणी की गई है। हालांकि, अप्रैल में कार्यालय समय और ठंडे मौसम को संशोधित करने के सरकार के फैसले ने पावरकॉम के मुद्दों को कम कर दिया है।

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