अशोक गहलोत
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बीजेपी पिछले दो बार से 25 से अधिक सीटें जीत चुकी है, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। अब परिस्थितियां कांग्रेस के पक्ष में हैं।
19 अप्रैल को पहले चरण के लोकसभा चुनाव का मतदान होने वाला है। बीजेपी और कांग्रेस के प्रमुख प्रचारक पहली चरण के चुनावों में भाषण दे रहे हैं। साथ ही दोनों पार्टियों ने अपने घोषणापत्र जारी किए हैं। अब दोनों पक्षों के नेताओं ने एक दूसरे के घोषणापत्र पर जमकर हमला बोला है। हाल ही में राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी के मेनिफेस्टो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है।
बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ‘पिछले दो बार से बीजेपी 25-0 से जीत रही है, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। अब परिस्थितियां कांग्रेस के पक्ष में हैं। मैं अभी नहीं जान सकता कि कितनी सीटें मिल जाएंगी, लेकिन परिणाम चौंकाने वाले होंगे। अब हर दिन कांग्रेस की ओर बढ़ता जा रहा है।’
‘सत्ता पक्ष को ज्वलंत मुद्दों पर बात करनी चाहिए’
साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने बीजेपी के मुद्दों जैसे 370 और राम मंदिर पर कहा कि ‘ये तो इनके फैसले हैं, मुद्दा तो बेरोजगारी है, लेकिन ये लोग उस पर बात नहीं करते हैं। सत्ता में रहने वाली पार्टी को जनता की सबसे बड़ी समस्याओं पर चर्चा करनी चाहिए। बीजेपी इस विषय पर चर्चा नहीं करेगा, हालांकि हमने घोषणा पत्र में पांच न्याय और बीस गारंटी दी हैं। क्या यह लोग कहते हैं कि कांग्रेस का घोषणापत्र मुस्लिम लीग पर असर है? इससे पता चलता है कि प्रधानमंत्री मोदी क्रोधित हैं।’
‘2014 में जो वादा किए वो अभी तक पूरा नहीं हुआ’
अशोक गहलोत ने बीजेपी के घोषणा पत्र पर कहा, “मैंने उनका पूरा घोषणा पत्र नहीं पढ़ा है इसलिए मैं बहुत कुछ नहीं कह सकता, लेकिन 2014 में जब प्रधानमंत्री बनने जा रहे थे, उस समय जो वादे किए गए थे”। पीएम मोदी ने अभी तक कुछ भी उत्तर नहीं दिया, जैसे कि वे काला धन लाएंगे, 15 लाख रुपये हर किसी के खाते में डाल देंगे या दो करोड़ नौकरी देंगे। उन मुद्दों पर भी चर्चा नहीं हो रही है। जनता उनका उत्तर चाहती है; क्या वे 2047 तक क्या सोचेंगे?’
“ये लोग पुराने वादे पूरे नहीं किए और अगले 25 साल की बात करने लग गए”, उन्होंने कहा। मुझे लगता है कि उनमें कोई दम नहीं है। कांग्रेस ने अपनी कोशिशों को राहुल गांधी की दो यात्राओं और उनसे मिली प्रतिक्रियाओं पर आधारित किया है। जनभावनाओं को आधार बनाकर मेनिफेस्टो बनाया गया है, जिस पर बहस हो रही है। गारंटी कार्ड जारी किए गए हैं। हमारे पास विपक्ष में होते हुए भी बहुत कुछ कहने को है क्योंकि वे सत्ता में हैं और भी फीडबैक पर चर्चा करें। उन्होंने जो घोषणा की है, वह बहुत पहले की है, चाहे घर बनाने की हो या किसानों को सहायता देने की हो।
राजस्थान में 25 सीटों पर दो चरणों में चुनाव होना चाहिए। 19 अप्रैल को पहली चरण में 12 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। 26 अप्रैल को 13 सीटों पर भी मतदान होगा।
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