सुप्रीम कोर्ट में Arvind Kejriwal ने सीबीआई की गिरफ्तारी को चुनौती दी है। इसी के खिलाफ सीबीआई ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
Arvind Kejriwal: सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई ने जवाब देते हुए बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी क्यों आवश्यक थी। एजेंसी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को सही बताते हुए कहा कि उन्होंने शराब नीति बनाई और लागू की। ताकि सही निष्कर्ष तक पहुंचा जा सके, जांच में उनका सहयोग नहीं करना और घोटाले में उनके शामिल होने की ओर इशारा करने वाले सबूतों को देखते हुए उन्हें गिरफ्तार करना आवश्यक था।
दरअसल, अरविंद केजरीवाल की सीबीआई गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। इसी याचिका का जवाब सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई ने दिया है। सीबीआई ने कहा कि केजरीवाल की हर कार्रवाई अवैध थी और वित्तीय अनियमितताओं और सरकारी कार्यालयों के गलत इस्तेमाल से जुड़ी एक बड़ी साजिश का हिस्सा था। CBI ने भी केजरीवाल पर मामले पर राजनीतिकरण का आरोप लगाया है। गुरुवार रात को दाखिल एफिडेविट में कहा कि केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में मामले को राजनीतिक रूप से सनसनीखेज बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि कई अदालतें प्रथम दृष्टया अपराध की घटना से संतुष्ट होने के बार-बार आदेश दे चुकी हैं।
सीबीआई ने कहा कि हाई कोर्ट ने मुख्यमंत्री की याचिका खारिज कर दी क्योंकि यह नहीं कहा जा सकता कि केजरीवाल की गिरफ्तारी अवैध या बिना किसी उचित कारण की हुई थी। जस्टिस सूर्यकांत की अगुवाई वाली पीठ आज केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने 14 अगस्त को मामले की सुनवाई करते हुए अरविंद केजरीवाल को तुर्ंत अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया था और एजेंसी से जवाब मांगा था।
उससे पहले, 5 अगस्त को दिल्ली हाई कोर्ट ने 26 जून को ट्रायल कोर्ट में केजरीवाल की गिरफ्तारी और रिमांड को बरकरार रखते हुए फैसला सुनाया कि सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार करने और रिमांड पर लेने के लिए “स्पष्ट रूप से पर्याप्त सबूत” पेश किए थे।