![Rajasthan: स्टेट रोड सेफ्टी कौंसिल बैठक, राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और मानव जीवन की सुरक्षा करना 1 Rajasthan: स्टेट रोड सेफ्टी कौंसिल बैठक, राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और मानव जीवन की सुरक्षा करना](https://newz24india.com/wp-content/uploads/2025/02/rajasthan-minister.webp)
Rajasthan News: राज्य सरकार के परिवहन एवं सड़क सुरक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और उनमें मानव जीवन की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
Rajasthan News: उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सड़क सुरक्षा के लिए साझा जिम्मेदारी से काम करें और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ठोस कदम उठाएं।
शासन सचिवालय में स्टेट रोड सेफ्टी कौंसिल की 21वीं बैठक की अध्यक्षता डॉ. बैरवा ने की। उनका निर्देश था कि सड़क निर्माण कार्यों में उच्चतम तकनीकी मानकों को सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, उन्होंने सड़कों पर गड्ढों और काले स्थानों की नियमित पहचान करके उनकी गुणवत्ता को सुधारने के निर्देश दिए।
परिवहन मंत्री ने बसों की फिटनेस और मरम्मत को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए, ताकि लोग सुरक्षित, सुगम और आराम से यात्रा कर सकें। उनका कहना था कि बस और ट्रक चालकों का पर्याप्त आराम और नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। उन्होंने सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों, जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, का उपयोग करके सड़क निगरानी प्रणाली को और अधिक मजबूत करने के लिए निर्देश दिए।
डॉ. बैरवा ने अधिकारियों को कहा कि राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों में यातायात जागरूकता कार्यक्रमों को नियमित रूप से चलाया जाए। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री आयुष्मान जीवन रक्षा कार्यक्रम का व्यापक प्रचार किया जाए। इस योजना के तहत राज्य में सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल लाने वाले को “गुड सेमेरिटन” कहा जाता है। गुड सेमेरिटन की पुरस्कार राशि पांच हजार रुपये से दस हजार रुपये कर दी गई है।
परिवहन विभाग की शासन सचिव श्रीमती शुचि त्यागी ने बताया कि राजस्थान देश का पहला राज्य है जो 10 वर्षीय सड़क सुरक्षा स्ट्रेटेजी एवं एक्शन प्लान लागू करता है और एक वेब पोर्टल भी लांच करता है। इसके अलावा, राज्य सरकार की 108 एम्बुलेंस सेवाओं और एनएचएआई की 1033 एम्बुलेंस सेवाओं का एकीकरण किया जा रहा है, ताकि चिकित्सा सहायता को दुर्घटनास्थल पर त्वरित रूप से पहुंचाया जा सके। उनका कहना था कि प्रदेश को माई भारत पोर्टल पर सड़क सुरक्षा शिक्षा और जनजागरूकता कार्यक्रमों में देश में तीसरा स्थान मिला है।
स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री राजेश कुमार यादव, रोडवेज प्रबंध निदेशक श्री पुरुषोत्तम शर्मा, परिवहन, रोडवेज, ट्रैफिक पुलिस, पीडब्ल्यूडी, एनएचआई चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।