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Kailash Mansarovar Yatra: कैलाश मानसरोवर की यात्रा कब होगी? रजिस्ट्रेशन कैसे करें? यहाँ अधिक जानें

Kailash Mansarovar Yatra: पांच साल के इंतजार के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा साल 2025 में फिर से शुरू होगी। हम आज इस लेख में आपको यात्रा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देंगे।

Kailash Mansarovar Yatra: हिंदू लोग कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील को पवित्र स्थान मानते हैं। भक्त हर साल कैलाश मानसरोवर की यात्रा करते हैं। 2020 में COVID-19 संक्रमण के कारण यात्रा स्थगित कर दी गई थी। 2025 में, पांच साल के बाद, कैलाश मानसरोवर की यात्रा शुरू होगी। इस लेख में आज हम आपको भगवान शिव के निवास स्थान कैलाश मानसरोवर की यात्रा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देंगे।

कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025

विदेश मंत्रालय ने कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया. यह यात्रा साल 2025 में फिर से शुरू की जाएगी। कुमाऊं मंडल विकास निगम इस यात्रा का संचालन करेगा। दिल्ली से शुरू होने वाली यात्रा में यात्री पिथौरागढ़ के लिपुलेख से होकर कैलाश मानसरोवर पहुंचेंगे।

कैसे रजिस्टर करें?

विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर कैलाश मानसरोवर की यात्रा करना होगा। इसके लिए आपके पास वैध पासपोर्ट, पैन कार्ड और तीन पासपोर्ट साइज की फोटो होनी चाहिए। आपको आवेदन करने के बाद रजिस्ट्रेशन फीस देनी होगी। अगर आपने आवेदन की पूरी प्रक्रिया सही तरीके से की है तो आपको मैसेज या ईमेल के माध्यम से इसकी सूचना प्राप्त हो जाएगी।

मानसरोवर यात्रा की शुरुआत कब होगी?

30 जून से कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू होगी। यात्रा में पांच दल, प्रत्येक में 50 से 50 लोग होंगे। 50 लोगों का पहला दल 10 जुलाई को लिपुलेख से होते हुए चीन में पहुंच जाएगा। वहीं अंतिम टुकड़ा 22 अगस्त 2025 को चीन से भारत वापस आ जाएगा। यानी 10 जून से यात्रा शुरू होगी और 22 अगस्त तक चलेगी। दिल्ली से हर यात्रा दल निकलेगा। दल को पहले टनकपुर में ठहराया जाएगा, जहां वे रात्रि विश्राम करेंगे। दल फिर दो रात धारचुला, दो रात गुंजी और दो रात नाभीढांग में बिताकर कैलाश मानसरोवर क्षेत्र में प्रवेश करेगा। वापसी में बूंदी, चौकोड़ी, अल्मोड़ा होते हुए भक्त दिल्ली पहुंचेंगे। यात्रा का कुल समय 22 दिन है।

यात्रा में कितने लोग भाग लेंगे?

भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, पांच दल, प्रत्येक में 50 से 50 लोगों से मिलकर कैलाश मानसरोवर की यात्रा करेंगे। या मिलाकर 250 लोग। यद्यपि कुछ निजी टूर ऑपरेटर भी कैलाश मानसरोवर यात्री देते हैं, लेकिन पंजीकरण केवल विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर किया जाता है। यदि आप एक निजी टूर ऑपरेटर से यात्रा कर रहे हैं तो वह भी आपकी आवदेन प्रक्रिया में मदद कर सकते हैं।

कैलाश मानसरोवर यात्रा से जुड़ी जरूरी बातें

कैलाश मानसरोवर की यात्रा 22 से 25 दिन की होती है।

यात्रा पर डेढ़ से 3 लाख तक का खर्च आ सकता है।

कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए आपका शारीरिक रूप से फिट होना जरूरी है।

यात्रा करने वाले के पास एक वैध पासपोर्ट होना आवश्यक है।

कैलाश मानसरोवर यात्रा के मार्ग

लिपुलेख पास: उत्तराखंड के पिथोरागढ़ जिले में लिपुलेख दर्रे से यह रास्ता गुजरता है। यात्रियों को इस रास्ते में ट्रैकिंग भी करनी पड़ती है।

नाथुला मार्ग: नाथुला दर्रे से सिक्किम में यह मार्ग गुजरता है। आप इस मार्ग पर कुछ दूरी तक गाड़ी चलाकर भी जा सकते हैं।

नेपाल मार्ग: कैलाश मानसरोवर की यात्रा भारत के पड़ोसी देश नेपाल से भी की जा सकती है। हालाँकि इसका खर्च कुछ अधिक है।

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