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CM Yogi Adityanath ने खोला खजाना, तामेश्वरनाथ धाम भी अयोध्या-काशी की तर्ज पर बनाया जाएगा

अयोध्या और काशी की तर्ज पर संतकबीरनगर का तामेश्वरनाथ धाम विकसित किया जाएगा। इस स्थान पर एक कॉरिडोर बनाया जाएगा। CM Yogi Adityanath ने ऐलान किया। यहां के लिए करोड़ों की सौगात भी दी

CM Yogi Adityanath ने अयोध्या और काशी की तरह बाबा तामेश्वरनाथ धाम के भव्य कारिडोर की स्थापना की घोषणा की। तामेश्वरनाथ धाम में, महाभारतकालीन पौराणिक स्थान पर, उन्होंने करीब डेढ़ हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। बाद में जनसभा में कहा कि देश अब बदल चुका है। यह अपनी विरासत व विकास यात्रा को बिना रुके, बिना झुके आगे बढ़ा रहा है।

CM Yogi Adityanath ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2047 तक भारत को दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति बनाने का लक्ष्य रखा है। 140 करोड़ देशवासी मिलकर यह लक्ष्य हासिल करेंगे। इसके लिए सभी सांसद, विधायक, शहरी और ग्रामीण निकाय एकजुट हो रहे हैं। उन्होंने कहा, दस साल पहले तक देश में विश्वस्तरीय सुविधा वाल इंफ्रास्ट्रक्चर होगा। लेकिन देश ने इसे सिद्ध किया है। आज हाइवे, रेलवे, मेट्रो और एयरवेज की सुविधाएं विश्वस्तरीय हैं।

आठ लाख युवाओं को सरकारी नौकरी

CM Yogi Adityanath ने रोजगार पर चर्चा करते हुए कहा कि पिछले आठ वर्षों में सरकार ने आठ लाख युवाओं को नौकरी दी है। उनका कहना था कि उत्तर प्रदेश पुलिस में हाल ही में 60 हजार से अधिक युवा शामिल हुए हैं।

अब यूपी में विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर

CM Yogi Adityanath ने कहा कि प्रदेश और देश दोनों विरासत का विकास कर रहे हैं। दस वर्ष पहले तक राज्य में इसकी कोई कल्पना तक नहीं हुई थी। आज राज्य विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश देश का सबसे बड़ा हाईवे नेटवर्क है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे बनने के बाद गोरखपुर, संतकबीरनगर, अम्बेडकरनगर एक्सप्रेस-वे से कनेक्ट होने पर यातायात आसान हुआ। उत्तर प्रदेश देश में सबसे बड़ा वाटर वे, रेल व मेट्रो नेटवर्क वाला प्रदेश बन गया।

राम मंदिर बनने का सपना सच हुआ

CM Yogi Adityanath ने कहा कि आज से दस साल पहले कोई भी राम मंदिर बनाने की कल्पना नहीं कर सकता था। लेकिन डबल इंजन की सरकार ने बड़ा राम मंदिर बनाया। अयोध्या को एक सुंदर नगरी का रूप मिल रहा है। यहां आने वालों को सुविधाएं मिलती हैं। इसके बाद काशी में बड़ा कारीडोर बनाया गया। विंध्य धाम का भी सुंदर चित्र बनाया गया था। प्रयागराज में दिव्य एवं भव्य महाकुंभ का आयोजन किया गया।

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