Water Retention क्या है जिसकी वजह से शरीर में सूजन आने लगती है, जानिए नुकसान और बचाव के उपाय।

Water Retention शरीर के अंदरूनी हिस्सों में भर जाती है। यह एक स्थिति है जिसमें शरीर के ऊतकों में आवश्यकता से अधिक पानी जम जाता है। इससे शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन होती है, जैसे पैरों, टखनों, हाथों या चेहरे पर।
हमारे शरीर के कुछ हिस्सों जैसे हाथ, पैर, चेहरा और पेट की मांसपेशियों में सूजन होती है जब हमारे शरीर में पानी रिटेंशन (Water Retention) होता है। शारदा अस्पताल में वरिष्ठ सलाहकार-आंतरिक चिकित्सा डॉ. श्रेय श्रीवास्तव ने बताया कि शरीर के टिशूज़ में पानी जमने लगता है, जिससे शरीर के अंग फूलने लगते हैं। इस अवस्था में पैरों, एड़ियों और टखनों में भयंकर दर्द भी होने लगता है। चलिए जानते हैं इस स्थिति में कौन सी बीमारियां हो सकती हैं और इससे अपना बचाव कैसे करें?
क्या Water Retention है?
पानी की रिटेंशन शरीर के अंदरूनी हिस्सों में भर जाती है। यह एक स्थिति है जिसमें शरीर के ऊतकों में आवश्यकता से अधिक पानी जम जाता है। इससे शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन होती है, जैसे पैरों, टखनों, हाथों या चेहरे पर। महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के कारण यह समस्या अधिक होती है, खासकर पीरियड्स से पहले या प्रेग्नेंसी के दौरान। इसके अलावा, दिल, किडनी या लिवर की बीमारियां, कम पानी पीना, लंबे समय तक बैठे रहना और ज्यादा नमक खाना भी इसकी वजह हो सकता है।
वाटर रिटेंशन से ये बीमारियां हो सकती हैं:
वाटर रिटेंशन से शरीर भारी महसूस कर सकता है, जोड़ों में दर्द हो सकता है और वजन तेजी से बढ़ सकता है। हाई ब्लड प्रेशर, किडनी की समस्या या हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है अगर इसका इलाज समय रहते नहीं किया जाए।
क्या है बचाव के उपाय?
इससे बचने के लिए अपने खाने में नमक की मात्रा कम करें, पर्याप्त पानी पिएं, रोजाना हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें और बहुत देर तक एक ही स्थिति में न बैठें। अगर सूजन लगातार बनी रहती है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें, क्योंकि यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। सही दिनचर्या और खानपान से वाटर रिटेंशन को रोका जा सकता है।