रूस-यूक्रेन वाॅर के बीच आया भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान, कही ये बड़ी बात
नेशनल डेस्क। रूस–यूक्रेन वाॅर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यूक्रेन के शहरों में रूसी हमलों का सिलसिला लगातार जारी है। रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव और एक अन्य शहर खारकीव में खूब कहर बरपाया है। इसके साथ ही रूस ने पीछे न हटने पर यूक्रेन पर परमाणु हमले की चेतावनी दी है। रूस के विदेश मंत्री लावरोव ने कहा कि तीसरा विश्व युद्ध परमाणु और विनाशकारी होगा। रूस–यूक्रेन वाॅर के बीच भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि खार्किव में जो भारतीय फंसे हैं, उन्हें तुरंत वहां से किसी दूसरी जगह चले जाने का एडवाइजरी जारी की गई है। इसके लिए खार्किव के पास की तीन जगह (पिसोचिन,बेज़लुडोव्का और बाबे) सुरक्षित जोन बताई गई हैं। नागरिकों को आज 6 बजे (यूक्रेनी समय) तक इन इलाकों में पहुंचने को कहा गया।
रूस–यूक्रेन वाॅर के बीच विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यूक्रेन में रहने वाले एक भारतीय नागरिक चंदन जिंदल की प्राकृतिक कारणों से मृत्यु हुई है। उनका परिवार भी यूक्रेन में है. भारतीय वायु सेना का विमान C-17 बुखारेस्ट (रोमानिया) से Operation Ganga में शामिल हो गया है, इस विमान की आज रात में दिल्ली लौटने की उम्मीद है। बुडापेस्ट (हंगरी), बुखारेस्ट (रोमानिया) और Rzeszow (पोलैंड) से आज तीन और IAF उड़ानें शुरू की जाएंगी. यूक्रेन छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हुई है। अनुमान है कि अभी तक लगभग 17,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन की सीमाओं को छोड़ चुके हैं. एडवाइजरी रूसी पक्ष से प्राप्त इनपुट के आधार पर जारी की गई है। हमने खुद से एडवाइजरी में जगह और समय तय नहीं किया है, ये इनपुट पर आधारित है।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यूक्रेन में रहने वाले एक भारतीय नागरिक चंदन जिंदल की प्राकृतिक कारणों से मृत्यु हुई है। उनका परिवार भी यूक्रेन में है. जिन लोगों ने अपना भारतीय पासपोर्ट खो दिया है, उन्हें आपातकालीन प्रमाणपत्र जारी करने के लिए एक क्रियाविधि स्थापित की गई है। मुझे लगता है कि इससे कई भारतीय छात्रों को भी मदद मिलेगी. यूक्रेन में रहने वाले एक भारतीय नागरिक चंदन जिंदल की प्राकृतिक कारणों से मृत्यु हुई है। उनका परिवार भी यूक्रेन में है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हुई है। अनुमान है कि अभी तक लगभग 17,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन की सीमाओं को छोड़ चुके हैं।