राज्यहरियाणा

CM Nayab Saini के थिंक टैंक बने अमित अग्रवाल और राजेश खुल्लर 

हरियाणा में CM Nayab Saini के थिंक टैंक साबित हो रहे हैं सूचना, जनसंपर्क तथा भाषा व संस्कृति विभाग के कमिश्नर और सचिव डॉ. अमित अग्रवाल।

हरियाणा में CM Nayab Saini के मुख्य प्रधान सचिव राजेश कुमार खुल्लर और सूचना, जनसंपर्क तथा भाषा व संस्कृति विभाग के कमिश्नर एंड सेक्रेटरी डॉ. अमित अग्रवाल मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के थिंक टैंक साबित हो रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विश्वास पात्र अधिकारियों में शामिल यह दोनों अधिकारी मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के भी विश्वास पात्रों के अलावा सबसे नजदीकी अधिकारी है।

दोनों अधिकारी मुख्यमंत्री की तरह काम करते हैं। साथ ही, यह अपने अधिकारिक और रणनीतिक अनुभव से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को लगातार नवीनतम सुझाव देते रहते हैं, जिससे जनता ने मुख्यमंत्री और उनकी सरकार पर विश्वास बनाए रखना और जनता से जुड़े मुद्दों को अपनी योजनाओं में शामिल करके प्रदेश का समग्र विकास किया जा सके। आज प्रदेश के सभी अधिकारियों में राजेश खुल्लर और अमित अग्रवाल मुख्यमंत्री के सबसे करीब हैं। चलिए आपको बताते हैं कि यह अधिकारी कैसे मुख्यमंत्री के थिंक टैंक बन गया?

बजट के लिए खुल्लर की जनता की राय की योजना

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निकटतम और सबसे करीबी आईएएस अधिकारियों में से एक रहे राजेश खुल्लर। 1984 में राजेश खुल्लर ने पंजाब विश्वविद्यालय से फिजिक्स में स्नातक किया था। अमेरिका में विश्व बैंक से वापसी के बाद राजेश खुल्लर हरियाणा शिक्षा विभाग और लोक संपर्क विभाग के एससीएस के अलावा एफसीआर भी रहे। सितंबर 2020 में खुल्लर का शानदार करियर विश्व बैंक के वाशिंगटन डीसी कार्यालय में तीन साल के लिए कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त हुआ था। खुल्लर ने हरियाणा और केंद्र सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्रालय में भी काम किया है।

राजेश खुल्लर पूर्व में गुरुग्राम और फरीदाबाद के मुंसिपल कमिश्नर और रोहतक और सोनीपत के डिप्टी कमिश्नर भी रहे हैं। इससे पहले, उन्होंने लगभग पांच वर्ष तक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रधान सचिव के रूप में कार्य किया था। अपनी बहुमुखी प्रतिभा के चलते वह केंद्रीय वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में संयुक्त सचिव के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं। हरियाणा में सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों के विधायकों का मानना है कि राजेश खुल्लर की खासियत यह है कि वह किसी को निराश नहीं करता है। वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार, राजेश खुल्लर अपने कर्तव्यों का पालन करते रहे हैं। हरियाणा में भाजपा की सरकार बनने पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल पार्ट-2 ने राजेश खुल्लर को मुख्य प्रधान सचिव नियुक्त किया।

उस समय मनोहर लाल राजेश खुल्लर पर भरोसा करते थे। नोहरलाल के चाणक्य के रूप में काम करने वाले राजेश खुल्लर 13 मार्च 2024 से नए मुख्यमंत्री नायब सैनी के चाणक्य के रूप में काम कर रहे हैं। नायब सैनी को चाणक्य बनाने वाले राजेश खुल्लर की रणनीतिक क्षमता से हरियाणा में हैट्रिक लगी है। भाजपा को चुनावों में जीत का मंत्र देने वाले राजेश खुल्लर हरियाणा के सभी राजनीतिक दल की कमजोरियों को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। राजेश खुल्लर ने देश में पहली बार बजट के बारे में आम जनता की राय लेने की पूरी योजना बनाई थी, जिसमें स्टार्टअप उद्योगपतियों से मुलाकात कर बजट पर उनकी राय लेना शामिल था। खुल्लर की इस योजना से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, जो वित्त विभाग की देखरेख करते हैं, आम लोगों की समस्याओं को जानकर उनके समाधान के लिए बजट में प्रावधान कर सकेंगे। वहीं, मुख्यमंत्री बजट में स्टार्टअप उद्योगपतियों की राय को भी शामिल कर सकेंगे, ताकि राज्य में रोजगार की वृद्धि हो सके।

हर कसौटी पर खरे उतरें

राजनेताओं के साथ-साथ मुख्यमंत्री के विश्वस्त होने से लोगों को प्रशासनिक कार्य किए जाने के लिए अपेक्षाओं की कसौटी पर खुल्लर खरे उतरे चुके हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की भरोसेमंद टीम में राजेश खुल्लर नायब सैनी के प्रधान सचिव के रूप में, उनकी बेहतरीन कार्यशैली में हरियाणा सरकार में प्रशासकीय कार्यों में दक्षता, सभी चैयरमैनों, विधायकों और मंत्रियों को पूरा मान-सम्मान देने सहित सभी कार्यों को पूरा करना शामिल था। कई बार विकट स्थितयों में उनके द्वारा लिए गए निर्णयों से सरकार को बड़ी राहत भी मिली है।

वह मनोहरलाल सरकार पार्ट वन में लोक संपर्क विभाग के एडिशनल चीफ सेक्ट्री के रूप में काम कर चुका है, जिसके चलते उनका मीडिया के सभी वर्गों, संगठनों, पत्रकारों और संस्थानों से अच्छी तरह से सहयोग है। खुल्लर पहले लोक संपर्क विभाग में महानिदेशक था। राजेश खुल्लर को सीएमओ में सबसे शक्तिशाली अधिकारी बनाने के पीछे कई और कारण हैं। खुल्लर ने अपनी इन्हीं विशेषताओं से मनोहर लाल और अब नायब सिंह सैनी के विश्वासपात्रों में अपनी जगह बनाई है।

अमित अग्रवाल को एक बड़ी जिम्मेदारी मिली।

हरियाणा नायब सरकार में सीनियर आईएएस अधिकारी डॉक्टर अमित अग्रवाल का भी महत्वपूर्ण योगदान है। डॉक्टर होने के बावजूद अमित अग्रवाल ने आईएएस को अपना करियर चुना। सरकार के सूचना, जन संपर्क और भाषा व संस्कृति विभाग में अमित अग्रवाल की काबलियत का फल है। वह पहले भी डीजीआईपीआर हरियाणा के रूप में सफल रहा है। वह नायब सैनी पार्ट-1 व पार्ट-2 में भी सीएम के एडिशनल प्रिंसिपल सेक्ट्ररी भी रह चुके हैं।

अमित राज्यपाल के सचिव, आबकारी एवं कराधान विभाग के आयुक्त और शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक हैं। वह गुरुग्राम में असिस्टेंट कमिश्नर, हिसार में एसडीएम, पानीपत में एडीसी, फरीदाबाद में हुड्डा प्रशासक, यमुनानगर, हिसार, पलवल और रोहतक में उपायुक्त भी रहे हैं। सरकार में वे मेहनती, कर्मठ और सकारात्मक पदों पर हैं। अब से पहले, अमित अग्रवाल ने हरियाणा जन संपर्क एवं भाषा विभाग के डायरेक्टर जरनल और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अतिरिक्त प्रधान सचिव-1 जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है।

मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस

मूल रूप से जयपुर के निवासी डॉ. अमित कुमार अग्रवाल ने वहीं के एसएमएस मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की है, पर उन्होंने न तो वह प्राइवेट और न ही सरकारी किसी भी स्तर पर डॉक्टर के तौर पर प्रेक्टिस नहीं की। बकौल अमित अग्रवाल उन्हें चैलेंजिंग काम करना पसंद था और वह आईएएस की तैयारी में जुट गए और अपने टारगेट को एचीव किया। डॉ. अमित कुमार अग्रवाल का कहना है कि चैलेंजिंग काम करने के लिए एमबीबीएस हो जाने के बावजूद आईएएस में आए। अपने जज्बे और ईमानदारी के कारण आज वह मुख्यमंत्री के पसंदीदा अधिकारियों में शामिल हो चुके हैं। मुख्यमंत्री के अधिकांश कार्यक्रमों में राजेश खुल्लर और अमित अग्रवाल दोनों की नजर आते हैं।

Related Articles

Back to top button