Amla For Uric Acid: यह सुपरफूड हड्डियों में जमे प्यूरिन के कणों को पिघला देगा; हाई यूरिक के मरीज इसका उपयोग कैसे करें

Amla For Uric Acid: शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने से ये हड्डियों में पथरी बनने लगते हैं। इससे गाउट की बीमारी होती है। इसलिए आंवला खाना कितना लाभदायक हो सकता है? जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
Amla For Uric Acid: शरीर में यूरिक एसिड की समस्या खराब मेटाबोलिज्म और कम एक्सरसाइज से बढ़ती है। वास्तव में, ये विदेशी उत्पाद है जिसका जमा होना हड्डियों पर प्रभाव डाल सकता है। इसलिए, विटामिन सी, साइट्रिक एसिड और ड्यूरेटिक गुणों से भरपूर फलों को खाना चाहिए। ऐसा ही एक फल आंवला है। इसके अलावा, आंवला में कई गुण हैं जो इस समस्या को कम कर सकते हैं। क्यों और कैसे, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
हाई-यूरिक एसिड वाले आंवला खाने के फायदे:
प्यूरिन मेटाबोलिज्म तेजकरता है आंवला: आंवला प्यूरिन से मेटाबोलिज्म तेज होता है। वास्तव में, ये विटामिन सी और फाइबर से भरपूर है, जो प्यूरिन को पचाने में तेजी लाते हैं। ये भी ड्यूरेटिक की तरह काम करता है, यानी शरीर से प्यूरिन बाहर निकालने में मदद करता है। इस प्रकार प्रोटीन से निकला पश्चिमी उत्पाद प्यूरिन पच जाएगा और शरीर में नहीं जमा होगा।
पत्थरों को पिघलाने में सहायक: आंवला कई प्रकार से पत्थरों को पिघलाता है। पथरियों को पिघलाने और हड्डियों के बीच डिजॉल्व करने में इसका साइट्रिक एसिड मदद करता है। इसके बाद इसे पेशाब के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल देता है, जिससे पथरी की समस्या कम होती है।
एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर: आंवला एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है और ये हाई यूरिक एसिड की वजह से होने वाले गाउट के दर्द को भी कम करने में मददगार है। दरअसल, इसकी क्षमता इतनी है कि ये सूजन को कम कर सकता है और दर्द को खींच लेता है। तो, इन तमाम कारणों से आपको यूरिक एसिड की समस्या से बचने के लिए आंवला का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा भी ये इम्यूनिटी बूस्टर है और सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है।