कप्तान मिताली राज बनी छह एकदिवसीय विश्व कप खेलने वाली तीसरी क्रिकेटर, पढ़ें आगे

भारत की एक दिवसीय महिला कप्तान मिताली राज आज रविवार को छह एकदिवसीय विश्व कप में खेलने वाली तीसरी क्रिकेटर (महिला और पुरुष) बन गई।
उन्होंने यह उपलब्धि तब हासिल की जब भारत ने यहां माउंट माऊंगानूई मैं चल रहे हैं महिला विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ मैदान में कदम रखा ।
यहां विश का अभियान के शुरुआती मैच में भारतीय टीम की कप्तानी करने वाली 39 वर्षीय मिताली राज ने 36 गेंदों में सिर्फ 9 रन ही बना पाए क्योंकि उन्हें रविवार को नाश्ता संधू की गेंद पर पाकिस्तान डायना बैग ने कैच कराया था। आपको बता दें कि मिताली राज सचिन तेंदुलकर और जावेद मियांदाद के बाद छह एकदिवसीय विश्वकप में खेलने वाली तीसरी क्रिकेटर है और इसके साथ ही वह एकदिवसीय विश्वकप में खेलने वाली पहली महिला क्रिकेटर भी बन गए हैं ।
साल 2011 में जब सचिन तेंदुलकर की पारियों की कहानी खत्म हुई तब तक मिताली ने साल 2000 में विश्व कप में पदार्पण किया था।
पाकिस्तान और भारत के बीच चल रहे मैच में पूर्व ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का विकल्प चुना वही विश्वकप में प्रवेश करते हुए भारत ने दक्षिण अफ्रीका व वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने दोनों ही अभ्यास मैचों को जीत लिया है।

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एक कप्तान के रूप में मिताली राज ने कई रिकॉर्ड बनाया दाएं हाथ की इस बेहतरीन बल्लेबाज ने कप्तानी के दौरान ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज वेलेंटर क्लार्क की बराबरी कर ली है और आईसीसी के अनुसार उनका चौथा आईसीसी महिला विश्व कप 1993 से 2005 तक क्लार्क के कार्यकाल में रहा।
क्लार्क और मिताली केवल दो ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 2 से अधिक विश्वकप में अपने देश की कप्तानी की है।
मिताली की कप्तानी ही नहीं है जो सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ रही हो उनका विश्वकप कर यार अभी तक 2 दशकों से अधिक समय तक चल रहा है जहां कोई भी महिला आईसीसी विश्वकप में 20 साल से ज्यादा नहीं खेली है।

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