चाइना ओपन में भारतीय शटलर एचएस प्रणय पांच मैच प्वाइंट बचाकर दूसरे दौर में पहुंच गए। जापान के खिलाड़ी ने उन्हें हराया। लक्ष्य सेन का पत्ता वहीं कट गया।
भारतीय शटलर एचएस प्रणय ने मंगलवार को चाइना ओपन सुपर 1000 बैडमिंटन टूर्नामेंट के दूसरे दौर में जगह बनाते हुए पांच मैच प्वाइंट बचाए और एक गेम से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए जापान के कोकी वतनबे को हराया. लक्ष्य सेन फिर से पहली बाधा पार नहीं कर पाया। एचएस प्रणय, विश्व के 35वें नंबर के खिलाड़ी, ने 8-21, 21-16, 23-21 से जीत हासिल की। लक्ष्य का बुरा प्रदर्शन जारी रहा और अच्छी शुरुआत के बावजूद उन्हें चीन के पांचवें वरीय ली शि फेंग से 21-14, 22-24, 11-21 से हार मिली।
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मैच के बाद निर्णय ने कहा, ‘‘मेरे करियर के इस पड़ाव पर हर जीत मायने रखती है। टूर पर वापस आकर मुझे खुशी है। खेल में काफी सुधार हुआ है, और शुरू से ही आपको कठिन चुनौती मिल रही है। हर राउंड जीतना अब दिन-प्रतिदिन कठिन होता जा रहा है।उन्होंने कहा, ‘‘पुरुष एकल में औसत आयु अचानक 22-23 वर्ष हो गई है।’’ बहुत सारे नए चेहरे हैं और आप वास्तव में नहीं जानते कि उनका खेल कैसा है। अनुभव अब मायने नहीं रखता।‘’ भारतीय खिलाड़ी ने पहले मैच में जापान के खिलाड़ी से एक नहीं जीता, लेकिन दूसरे मैच में शानदार वापसी करके मैच बराबरी पर लाया। तीसरा और निर्णायक गेम काफी रोमांचक रहा।
आखिरी खेल में एचएस प्रणय 2-11 से पीछे थे, लेकिन उन्होंने फिर लगातार पांच अंक लेकर अंतर कम कर दिया। फिर भी जापान के खिलाड़ी को 15 से 20 के स्कोर पर पांच मैच प्वाइंट थे। भारतीय खिलाड़ी ने इन सभी मैच प्वाइंट को बचाकर 21-20 की छोटी बढ़त हासिल की और अंततः यादगार जीत हासिल की। महिला एकल में, अनुपमा उपाध्याय ने पहले ही दौर में चीनी ताइपे की लिन ह्सियांग ती से 23-21, 11-21, 10-21 से हारकर बाहर हो गईं। ए सूर्या और ए प्रमुथेश तथा रोहन कपूर और रुथविका गड्डे की मिश्रित युगल जोड़ियां भी अपने शुरुआती दौर के मैच हार गईं।
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