Chaitra Navratri 2025: नवरात्र में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए? इन चीजों से आपका व्रत टूट सकता है! जानिए

देशभर में चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri 2025) के त्योहार को अधिक उत्साह के साथ मनाया जाता है।
Chaitra Navratri 2025: व्रत के दौरान भोजन करने के नियमों का पालन करना आवश्यक है। ऐसा करने से साधक का व्रत सफलतापूर्वक संपन्न होता है। आइए जानते हैं व्रत में क्या खाना चाहिए?
चैत्र नवरात्र जल्द ही शुरू होने वाला है। भक्त इस उत्सव के आने का बेसब्री से इंतजार करते हैं। धार्मिक मत है कि विधिपूर्वक नवरात्र व्रत करने से साधक को जीवन में सभी सुख मिलेंगे। साथ ही मां दुर्गा अपने सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी करती है। ऐसा माना जाता है कि चैत्र नवरात्र व्रत (Chaitra Navratri 2025) में नियम का पालन न करने से साधक का व्रत टूट सकता है और जीवन में मां दुर्गा की नाराजगी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि चैत्र नवरात्र व्रत में क्या खाएं (navratri vrat me kya khana chahiye) और क्या नहीं?
चैत्र नवरात्र 2025 की शुरुआत और समाप्ति की तिथि और समय
वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 29 मार्च को शाम 4 बजकर 27 मिनट से शुरू होगी और 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर समाप्त होगी। इस प्रकार, चैत्र नवरात्र 30 मार्च से शुरू होगा और 6 अप्रैल को समाप्त होगा।
चैत्र नवरात्र के दौरान क्या खाना चाहिए?
चैत्र नवरात्र के दौरान हर दिन सुबह स्नान करने के बाद मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए। समाक के चावल की खीर का सेवन किया जा सकता है।
सिंघाड़े के आटे की पूड़ी, पराठे को खा सकते हैं।
भोग थाली में आलू, साबूदाने की सब्जी, फल, दूध और दही भी डाल सकते हैं।
आप लौकी, पपीता, टमाटर और आलू भी खा सकते हैं। ध्यान रखें कि इन चीजों को खाने से पहले मां दुर्गा को पूजा करें। इसके बाद स्वयं खाओ। मां दुर्गा का भोग बनाते समय स्वच्छता का खास ध्यान रखें। इस समय मां दुर्गा का नाम जपें। किसी के बारे में गलत विचार न करें और न ही किसी से बहस करें।
चैत्र नवरात्र व्रत में क्या न खाएं?
चैत्र नवरात्र व्रत के दौरान लहसुन और प्याज नहीं खाना चाहिए।
गेहूं और चावल का सेवन भी वर्जित है।
व्रत के दौरान तामसिक चीजों से दूर रहना चाहिए।