उत्तर प्रदेशराज्य

CM Yogi Adityanath ने भारी बारिश और बिजली गिरने से मरने वालों पर शोक जताया, मुआवजे की घोषणा की

CM Yogi Adityanath ने उत्तर प्रदेश में बिजली गिरने और भारी बारिश से हुई मौतों पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की अनुमन्य राहत राशि दिए जाने के निर्देश दिए हैं।

उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ने बिजली गिरने और भारी बारिश से हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया है। मृतकों के परिजनों को चार से चार लाख रुपये की अनुमन्य राहत राशि दी जानी चाहिए, जैसा कि उन्होंने कहा है। उनका निर्देश है कि आपदाओं में घायल लोगों को उचित चिकित्सा दी जाए। राज्य आयुक्त कार्यालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में प्रदेश में 6 लोग भारी बारिश से मर गए हैं और 1 बिजली गिरने से मर गया है। इनमें भारी बारिश से कन्नौज, मथुरा, इटावा, बुलन्दशहर, अमरोहा और गाजियाबाद में 1-1 की मौत हुई, जबकि श्रावस्ती में आकाशीय बिजली से 1 की मौत हुई।

गंगा नदी जनपद बदायूं (कचलाब्रिज), केन नदी जनपद बांदा (बांदा) तथा चम्बल नदी जनपद धौलपुर में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही हैं। वर्तमान में राज्य के 11 जनपदों में 36 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं: फर्रुखाबाद (11), गोण्डा (01), बलिया (02), लखीमपुर खीरी (05), बाराबंकी (01), जालौन (04), सीतापुर (01), देवरिया (01), बांदा (04), गौतमबुद्धनगर (01) और पीलीभीत (05)।

मुख्यमंत्री ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं पीएसी की टीमें तैनात करने के निर्देश दिए हैं। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य हेतु जनपद फर्रुखाबाद में पीएसी की 01 टीमें, जनपद गोण्डा में एसडीआरएफ की 01 एवं पीएसी की 01 टीमें, जनपद लखीमपुर खीरी में एसडीआरएफ की 02, एसडीआरएफ की 01 तथा पीएसी की 01 टीमें, जनपद बाराबंकी में पीएसी की 01 टीमें, जनपद जालौन में एसडीआरएफ की 01 टीमें, जनपद सीतापुर में पीएसी की 01 टीमें, जनपद बांदा में पीएसी की 01 टीमें, जनपद पीलीभीत में एसडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की 01-01 टीमें तैनात की गई हैं।

अब तक बाढ़ से प्रभावित 37 जनपदों में से 11 जनपद अब भी बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ ने अब तक 17 लोगों को मार डाला है। मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि दी गई है। तीस पशु हानि के सापेक्ष तीस प्रभावित व्यक्तियों को राहत पैसा दिया गया है। 3,056 घर अब तक क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनके सापेक्ष राहत सहायता दी जा चुकी है।

 

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