CM Yogi Adityanath ने पुलिस को अराजकता फैलानेवालों पर सख्त कार्रवाई करने का स्पष्ट आदेश दिया है। संभल हिंसा मामले में एक भी उपद्रवी नहीं बचना चाहिए।
CM Yogi Adityanath ने संभल में मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा पर सख्त रुख अपनाते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया है कि एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए। जिन लोगों ने सार्वजनिक संपत्ति को क्षतिग्रस्त किया है, उसे वापस ठीक कराने का खर्च उन्हीं उपद्रवियों से वसूला जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक में निर्देश दिया।
किसी को भी अराजकता फैलाने की छूट नहीं दी जा सकती।
मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि अराजकता फैलाने की अनुमति किसी को नहीं दी जा सकती, चाहे वह गौतमबुद्ध नगर हो, अलीगढ़ हो या संभल हो। उन्होंने कहा कि अराजकता फैलाने वालों को चिह्नित कर उनके पोस्टर लगाए जाएं और एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए।
CM योगी की कठोरता के बाद प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है। अबतक, संभल हिंसा के 34 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और 400 उपद्रवियों को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी जारी है। अब सीएम योगी के आदेश के बाद संभल में एक्शन और तेज होने की संभावना है।
अतिक्रमण के मुद्दे पर भी कड़े निर्देश
योगी आदित्यनाथ ने सार्वजनिक स्थानों पर हुए अतिक्रमण पर कहा कि सड़क सभी के लिए है। निर्माण सामग्री रखने, निजी वाहनों को खड़ा करने, दुकान बनाने और अन्य उद्देश्यों के लिए सार्वजनिक जगहों का उपयोग नहीं करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने जिलों में राजस्व वादों को लेकर सभी विभागों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, तहसीलों, रेंजों और थानों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए. इसमें जनता से मिली असंतोषजनक प्रतिक्रिया और सम्पूर्ण समाधान दिवस और थाना दिवस में आने वाले मामले शामिल थे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गरीबों पर अन्याय नहीं होगा। जनता से जुड़े विभागों के अधिकारी तय समय पर जनता से मिलना चाहिए और हर विभाग में जनसुनवाई को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
कोई भी अप्रिय घटना न हो-सीएम योगी
सभी मंडलायुक्त, पुलिस जोन एडीजी, जिलाधिकारी, पुलिस रेंज आईजी और पुलिस अधीक्षक ने बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से देखा। मुख्यमंत्री ने छह दिसंबर को भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस को लेकर कहा कि कई संगठनों ने बाबा साहेब को याद करते हुए जुलूस और बैठकें आयोजित करेंगे। उनका कहना था कि कुछ अवांछनीय लोग माहौल को खराब करने की घृणित कोशिश कर सकते हैं। इसलिए अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी कोई अप्रिय घटना न हो।