राज्यउत्तर प्रदेश

CM Yogi Adityanath ने जनपद प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 की तैयारियों के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की

CM Yogi Adityanath ने महाकुम्भ के प्रतीक चिन्ह, वेबसाइट और मोबाइल ऐप का लोकार्पण किया

  • मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ से जुड़ी तैयारियों के लिए डेडलाइन तय करते हुए निर्देश दिये कि आगामी 10 दिसम्बर तक सभी कार्य पूरे कर लिए जाएं

उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ने आज जनपद प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 की तैयारियों के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री जी ने महाकुम्भ के प्रतीक चिन्ह, वेबसाइट और मोबाइल ऐप का लोकार्पण भी किया। इस दौरान उन्होंने साधु-संतों के भी सुझावों को सुना। मुख्यमंत्री जी ने महाकुम्भ से जुड़ी तैयारियों के लिए डेडलाइन तय करते हुए निर्देश दिये कि आगामी 10 दिसम्बर तक सभी कार्य पूरे कर लिए जाएं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महाकुम्भ विश्व को सनातन भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार कराने का सुअवसर है। यह स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधा का मानक भी होगा। वर्ष 2019 में कुम्भ का सफल आयोजन कर उत्तर प्रदेश ने मानक स्थापित किया है। इस बार लोगों की अपेक्षाएं हमसे और अधिक है। वर्ष 2019 में मेला क्षेत्र 3,200 हेक्टेयर में फैला था। इस बार 4,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में इसका विस्तार होगा। महाकुम्भ के विस्तार को देखते हुए 7000 से अधिक बसें लगाई जाएंगी। यहां डेढ़ लाख से अधिक शौचालय स्थापित किए जाएंगे। स्वच्छता पर बल देते हुए मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि 10 हजार कर्मचारियों की तैनाती कर यहां की साफ-सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखा जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महाकुम्भ में गंगा जी एवं यमुना जी अविरल और निर्मल होंगी। जनपद बिजनौर से बलिया तक जीरो डिस्चार्ज होगा। मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्टील ब्रिज आगामी दिसम्बर माह के पहले सप्ताह तक तैयार कर लें। यह जनपद कानपुर, लखनऊ, बाराबंकी और अयोध्या से प्रयागराज तक के आवागमन को सुलभ बनाएगा।

मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एयरपोर्ट से मेला क्षेत्र तक वी0वी0आई0पी0 कॉरिडोर बनाएं, लेकिन विशेष स्नान पर्वों पर कोई वी0आई0पी0 मूवमेंट न हो। सुरक्षा के दृष्टिगत मेला क्षेत्र में 03 पुलिस लाइन, 03 महिला थाना और 10 पुलिस चौकी स्थापित की जाए। प्रत्येक श्रद्धालु की आस्था का सम्मान करते हुए सभी से अच्छा व्यवहार रखें। कल्पवासी हों या स्नानार्थी, श्रद्धालु हों या पर्यटक, सबकी सुरक्षा-सुविधा का ध्यान रखा जाए। पुलिस का व्यवहार भी सहयोगात्मक रहना चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने सुरक्षा के दृष्टिगत क्राउड मैनेजमेंट, फायर सर्विस, हेल्प डेस्क, पार्किंग, सी0सी0टी0वी0 कैमरे पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि यहां एण्टी ड्रोन सिस्टम भी लगेगा। सिक्योरिटी मॉडल ए0आई0 टूल से तैयार किए जाएं। मुख्यमंत्री जी ने स्थानीय अधिकारियों व कुम्भ मेला प्रशासन से कहा कि अखाड़ों, आचार्यों, संतों से भी मार्गदर्शन लेते रहें। उनकी अपेक्षाओं का पूरा ध्यान भी रखा जाए। उन्होंने प्रयागराज में होम स्टे की संभावना को प्रोत्साहित करने पर जोर देते हुए कहा कि इस योजना से स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ा जाए। इससे उनकी अतिरिक्त आय भी होगी।

मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि सुरक्षा के लिए नए जी0आर0पी0 थानों की आवश्यकता है। चौकसी बढ़ाने के लिए रेलवे एवं उत्तर प्रदेश पुलिस के बीच बेहतर समन्वय स्थापित हो। सुरक्षा की दृष्टि से किराएदारों, रेस्टोरेंट कर्मियों और ई-रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन भी करा लिया जाए।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, नगर विकास मंत्री श्री अरविन्द कुमार शर्मा, औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री राकेश सचान, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, कुम्भ मेला प्रशासन एवं साधु-संत उपस्थित थे।

Source: https://information.up.gov.in

Related Articles

Back to top button