CM Yogi: योगी सरकार ने घोषणा की कि लखनऊ सहित राज्य के तीन शहरों में जीएसटी ट्रिब्यूनल बनाया जाएगा।
CM Yogi: लखनऊ सहित राज्य के तीन शहरों में GST ट्रिब्यूनल होगा। शासनादेश बुधवार को जारी किया गया है, जिसके अनुसार लखनऊ, गाजियाबाद और वाराणसी में जीएसटी ट्रिब्यूनल बनाए जाएंगे।
CM Yogi: अब उद्यमियों और व्यापारियों के लंबे मामलों की सुनवाई तेज होगी। इस बारे में सरकार ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। शासनादेश बुधवार को जारी किया गया है, जिसके अनुसार लखनऊ, गाजियाबाद और वाराणसी में जीएसटी ट्रिब्यूनल बनाए जाएंगे। सितंबर से ट्रिब्यूनल में व्यापारी और उद्यमियों के जीएसटी मामलों की सुनवाई तीन स्थानों पर होगी। इसके अलावा, राज्य के पांच शहरों में जीएसटी ट्रिब्यूनल की स्थापना की आशंका भी समाप्त हो गई है। अब तक माना जाता था कि राज्य में ट्रिब्यूनल को लखनऊ, वाराणसी, गाजियाबाद, प्रयागराज और आगरा में स्थापित किया जाएगा।
सर्किट बेंच आगरा और प्रयागराज में काम करेगी
शासनादेश के अनुसार, प्रयागराज को वाराणसी बेंच की सर्किट बेंच और आगरा को गाजियाबाद की सर्किट बेंच बनाया गया है। मुख्य बेंच में अधिक लंबित मामले होने पर कुछ मामले सर्किट बेंच में भेज दिए जाएंगे। ताकि अधिक से अधिक मामले समय पर निदान किए जा सकें। लखनऊ मुख्य बेंच, हालांकि, कोई सर्किट बेंच नहीं बनाई गई है।
कानपुर मामलों की सुनवाई लखनऊ में होगी: GST ट्रिब्यूनल लखनऊ में है। कानपुर के उद्यमियों और व्यापारियों को लंबित मामले की सुनवाई के लिए लखनऊ जाना पड़ेगा।
औद्योगिक नगरी के बावजूद अनदेखी पर निराशा
स्थानीय लोग प्रदेश की सबसे बड़ी औद्योगिक नगरी कानपुर में ट्रिब्यूनल नहीं होने से निराश हैं। यहां के व्यापारियों का कहना है कि सरकार की अनदेखी से बार-बार नुकसान होता है। कम से कम कानपुर को सर्किट बेंच के रूप में चुना जाता।
जीएसटी मामलों के विशेषज्ञ धर्मेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार को शासन ने राज्य के तीन शहरों में जीएसटी ट्रिब्यूनल की स्थापना का आदेश दिया है। एक सितंबर से सभी ट्रिब्यूनल मामले भी सुनने लगेंगे। पहले पांच शहरों में ट्रिब्यूनल होना था। अब कानपुर के व्यापारी और उद्यमी लखनऊ ट्रिब्यूनल में सुनवाई के लिए जाना होगा।