राज्यदिल्ली

Delhi News: वर्क फ्रॉम होम, ऑड-ईवन स्कीम… कृत्रिम बारिश होगी या नहीं? मंत्री गोपाल राय ने क्या कहा?

Delhi News: दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को देखते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ऑड-इवेन योजना को लागू करने पर विचार किया है।

Delhi News: सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही कोई निर्णय लिया जाएगा और इस विषय में विशेषज्ञों से चर्चा की जाएगी। गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार प्रदूषण कम करने के लिए हर संभव उपाय कर रही है।

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर ही ऑड-इवेन लागू करने के बारे में निर्णय लिया जाएगा। साथ ही, उन्होंने कहा कि आप सरकार दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए हर संभव उपाय करेंगे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में गोपाल राय ने कहा कि पराली प्रदूषण में वृद्धि का एक महत्वपूर्ण कारक रही है। 2022 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर पंजाब में 15 अक्टूबर से 17 नवंबर के बीच 47 हजार पराली जलने की घटनाएं दर्ज की गईं। पंजाब की सरकार ने बहुत काम किया और इसका परिणाम यह हुआ कि 2024 में 15 अक्टूबर से 17 नवंबर के बीच केवल साढ़े सात हजार घटनाएं हुई हैं।

उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई: श्री गोपाल राय

हालाँकि, 2022 में उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की कुल ढेड हजार घटनाएं हुई थीं, जो आज ढाई हजार हो गई हैं। हम पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में लगभग 80% की कमी लाने में सफल रहे हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि हुई है। गोपाल राय ने वर्क फ्रॉम होम के सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश पढ़कर ही निर्णय लिया जाएगा।

गोपाल राय ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने जिम्मेदारी लेते हुए सभी संबंधित राज्यों के साथ मिलकर एक संयुक्त कार्ययोजना बनाई होती तो दिल्ली और उत्तर भारत के लोगों को आज का दिन नहीं देखना पड़ा होता। उन्होंने कहा कि अगस्त में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को इस बाबत पत्र भेजा था।

ठंढ से स्मॉग चादर बनती है: श्री गोपाल राय

उन्होंने कहा कि आग्रह किया गया था कि वह सभी संबंधित केन्द्रीय एजेंसियों, राज्यों, दिल्ली सरकार और आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर ऐसी कार्ययोजना बनाएं जिससे आज की परिस्थितियों को देखते हुए जबकि हवा की गति कम होने और ठंढ बढ़ने से स्मॉग की चादर बन जाती है तो उसे तोड़ने के लिए कृत्रिम वर्षा कराई जा सके। लेकिन आज ढाई महीने बाद भी एक बैठक बुलाने का समय नहीं मिला।

पूरा उत्तर भारत प्रदूषण की मार झेल रहा: गोपाल राय

गोपाल राय ने कहा कि पूरा उत्तर भारत प्रदूषण की मार झेल रहा है लेकिन केंद्र की BJP सरकार और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री मौन धारण करके सोये हुए हैं। दिल्ली में GRAP-4 के नियम लागू हैं लेकिन पड़ोस के बीजेपी शासित राज्यों में खुलेआम GRAP-4 के नियमों की अवेहलना हो रही है। यह बता रहा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकारें प्रदूषण को रोकने के लिए कोई काम नहीं कर रही हैं।

केंद्रीय सरकार  के पास एक बैठक करने के लिए समय नहीं है: गोपाल राय

मैंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को अगस्त में दिल्ली सरकार, आईआईटी कानपुर और केंद्र सरकार के सभी निकायों को कृत्रिम वर्षा कराने के लिए एक बैठक बुलाने को कहा था। उस पत्र पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। BJP की केंद्र सरकार के पास एक बैठक करने तक का समय नहीं है। दिल्ली सरकार सभी काम कर रही है लेकिन केंद्र सरकार सोई हुई है।

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री मौन व्रत धारण करके बैठे हुए: गोपाल राय

पूरा उत्तर भारत प्रदूषण की मार झेल रहा है। ऐसे समय में भी केंद्र की बीजेपी सरकार सो रही है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री मौन व्रत धारण करके बैठे हुए हैं। यह बेहद ही ख़तरनाक है। उत्तर भारत में प्रदूषण बढ़ने का एक बड़ा कारण पराली जलना है। एक तरफ़ हमारी पंजाब सरकार ने पराली जलने की घटनायें कम की हैं तो वहीं BJP शासित उत्तर प्रदेश में पराली जलने की घटनायें बढ़ी हैं।

Related Articles

Back to top button