गोवा अग्निकांड के बाद दिल्ली में फायर सेफ्टी को लेकर कड़ा कदम, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुलाई आपात बैठक

गोवा अग्निकांड के बाद दिल्ली मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने फायर सेफ्टी सख्त करने के लिए आपात बैठक बुलाई, लाइसेंस सिस्टम और व्यावसायिक भवनों की जांच शुरू।

गोवा के रोमियो लेन रेस्टोरेंट में हुए भयानक अग्निकांड ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हादसे के बाद दिल्ली सरकार ने राजधानी में फायर सेफ्टी को लेकर सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने फायर विभाग के शीर्ष अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलाई और शहर के फायर सुरक्षा प्रबंधन की पूरी समीक्षा करने का निर्देश दिया।

गोवा की घटना में आग फैलने से भारी नुकसान हुआ और कई लोगों की मौत भी हुई, जिसके बाद दिल्ली सरकार ने सुनिश्चित किया कि राजधानी में ऐसी किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

फायर सेफ्टी लाइसेंस प्रणाली की होगी गहन समीक्षा

गृह मंत्री आशीष सूद ने बैठक के बाद जानकारी दी कि सरकार अब फायर सेफ्टी से जुड़े लाइसेंसिंग सिस्टम की गहराई से जांच कर रही है। इसका उद्देश्य इसे पारदर्शी और सरल बनाना है ताकि नागरिक और व्यवसाय स्वेच्छा से नियमों का पालन करें। नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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फायर सुरक्षा निरीक्षण और जांच का आदेश

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि फायर विभाग की टीमें रेस्तरां, बार, कैफे, होटल, दुकानों और अन्य व्यावसायिक भवनों का निरीक्षण करेंगी। जांच में यह देखा जाएगा कि फायर एक्सटिंग्विशर, इमरजेंसी गेट, पानी की व्यवस्था और अलार्म सिस्टम जैसी जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं या नहीं। साथ ही, जिन संस्थानों को लाइसेंस दिया गया है, वे क्या सभी शर्तों का पालन कर रहे हैं, इसकी भी समीक्षा होगी।

दिल्ली में आग लगने की पिछली घटनाएं

हाल के वर्षों में दिल्ली के चांदनी चौक, मुंडका और किराड़ी जैसे क्षेत्रों में शॉर्ट सर्किट, गैस लीक या ओवरलोडिंग की वजह से आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। इस वजह से राजधानी में फायर सुरक्षा को और कड़ा करने की आवश्यकता महसूस की गई।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और गृह मंत्री आशीष सूद ने कहा कि दिल्ली में अब फायर सुरक्षा के नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा ताकि किसी भी कीमत पर लोगों की जान को खतरा न हो।

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