अतीक अहमद से लेकर गायत्री प्रजापति तक यें सभी नेता जेल में, पत्नी या बहन लड़ रही चुनावी रण

लोकतंत्र के महापर्व में इस बार कुछ ऐसी महिला प्रत्याशी भी हैं जिनके पति या भाई जेल की सलाखों के पीछे सजा काट रहे हैं और वे उनकी राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने और चुनाव के प्रचार के लिए चुनावी रण में उतर चुकी है यूपी का चुनावी रण शुरू हो चुका है, सभी पार्टियों ने लंबी जद्दोजहद के बाद चुनावी समीकरण के तराजू पर हर चीज को तौलकर चुनावी मैदान में अपने सिपाही उतार दिए हैं ।

बात करें उत्तर प्रदेश की तो यूपी की गलियों में इन दिनों अलग ही चुनावी रंग देखने को मिल रहा है । लोकतंत्र के महापर्व में इस बार कुछ ऐसी महिला प्रत्याशी भी हैं जिनके पति अभी जेल के सलाखों के पीछे हैं और वह उनकी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए चुनाव प्रचार की खातिर चुनावी रण में उतर चुकी हैं । आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ नामों को…

आरती तिवारी – आरती तिवारी अयोध्या के गोसाईगंज से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी हैं, जमीन से जुड़ी आरती क्षेत्र की जनता से लगातार वोट मांग रही हैं । पिछली बार साल 2017 में गोसाईगंज से बीजेपी के टिकट पर विधायक बने इंद्र देव तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी को पिछले साल मार्कशीट में गड़बड़ी के मामले में दोषी पाया गया था । कोर्ट ने उन्हें 5 साल कैद की सजा सुना दी थी इसके बाद उनकी विधानसभा सदस्यता भी निरस्त हो गई, अब उनकी इस राजनैतिक विरासत को आगे ले जाने के लिए उनकी पत्नी आरती तिवारी इस चुनावी रण में उतरी है ।

शाइस्ता परवीन – उत्तर प्रदेश में शासज ही कोई इंसान होगा जिसने अतीक अहमद का नाम ना सुना हो, अतीक अहमद का राजनीति से जितना ताल्लुक रहा है उतना ही जुर्म की दुनिया से भी रहा है, दबंग अतीक अहमद इलाहाबाद पश्चिमी सीट से कुल 5 बार विधायक रहे । वह 1989, 1991, 1993 में निर्दलीय, 1996 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर जीते, सन 2002 में वह अपना दल के प्रत्याशी के तौर पर भी जीते। 2004 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर फूलपुर से जीत दर्ज की और लोकसभा पहुंचे । फिलहाल अभी अतीक अहमद साबरमती जेल में है लेकिन उनके दबदबे को आगे बढ़ाने के लिए उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन चुनावी मैदान में उतरी हैं वह प्रयागराज पश्चिम की सीट से एआईएमआईएम की प्रत्याशी हैं।

महाराजी प्रजापति– महाराजी प्रजापति सपा के राज में भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की धर्मपत्नी है। समाजवादी पार्टी राज में गायत्री प्रजापति का सिक्का चलता था खनन घोटाले में नाम आने पर उन्हें कैबिनेट से बाहर निकाल दिया गया. लेकिन वह बाद में परिवहन मंत्री के तौर पर वापस भी लौट आए फिलहाल में दुष्कर्म मामले में जेल में कैद हैं और सजा काट रहे उनका राजनीतिक अस्तित्व बरकरार रखने के लिए उनकी पत्नी महाराज जी प्रजापति अमेठी सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं ।

मुक्ता राजा– संजीव राजा अलीगढ़ शहर विद सीट से विधायक हैं पुलिस से मारपीट के मामले में संजीव को 2 साल की सजा सुनाई थी, इसके बाद संजीव राजा ने हाई कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया लेकिन फिलहाल वे जेल में है । संजीव राजा की पत्नी मुक्ता राजा बीजेपी से प्रत्याशी बनाई गई है ।

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