Uric Acid के मरीजों को सुबह खाली पेट एक कप इस सब्जी का जूस पीने से प्यूरिन के कण पेशाब के साथ निकल जाएंगे

How To Lower Uric Acid: यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर जोड़ों में दर्द इतना बढ़ जाता है कि चलना फिरना भी मुश्किल हो जाता है। सुबह यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए एक कप इस सब्जी का जूस पी लें। सारे प्यूरिन के कण फ्लश हो जाएंगे।
Uric Acid की समस्या लाइफस्टाइल बीमारियों में बहुत तेजी से बढ़ रही है। शरीर में अधिक मैदा, तेल और मीठी चीजों का सेवन करने से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ता है। प्यूरिन के कण जोड़ों में क्रिस्टल बन जाते हैं, जो दर्द और सूजन पैदा करते हैं। कई बार दर्द वाली जगह लाल हो जाती है। यूरिक एसिड बढ़ने पर चलना भी मुश्किल हो जाता है। इसलिए खाने की आदतों का खास ध्यान रखें। यूरिक एसिड के मरीजों को सुबह एक कप लौकी का जूस पीना बहुत फायदेमंद होगा।
दरअसल, खराब खानपान के कारण युवा लोगों में यूरिक एसिड की बीमारी अधिक होती है। जब शरीर में अधिक यूरिक एसिड होता है, तो किडनी इसे बाहर नहीं निकाल पाती। ऐसी परिस्थितियों में ये जोड़ों में बढ़ा हुआ यूरिक एसिड जमा करने लगते हैं। हड्डियों में जमा हुए यूरिक एसिड क्रिस्टल दर्द और सूजन पैदा करते हैं।
यूरिक एसिड में लाभदायक लौकी
यूरिक एसिड से पीड़ित लोगों को योगगुरु स्वामी रामदेव ने लौकी की सब्जी और जूस पीने की सलाह दी है। आजकल ये बीमारी युवाओं में अधिक होती है। लौकी यूरिक एसिड के लिए सबसे अच्छी सब्जी है। लौकी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हैं, जो सूजन को कम करते हैं। लौकी यूरिक एसिड को कम करती है।
यूरिक एसिड से भरपूर लौकी का जूस
लौकी का जूस जोड़ों के दर्द को कम करता है। लौकी में बहुत अधिक पानी होता है। इससे शरीर की पानी की कमी पूरी होती है और शरीर लंबे समय तक हाइड्रेट रहता है। जब शरीर हाइड्रेट रहता है, यूरिक एसिड क्रिस्टल नहीं बनता और जोड़ों में नहीं जमता। लौकी का सेवन वजन नियंत्रण में भी मदद करता है, जिससे यूरिक एसिड को फायदा मिलता है। लौकी पेट को साफ करने में भी अच्छा है।
लौकी का जूस बनाने और पीने का तरीका
लौकी की सब्जी हर समय मिल सकती है। आपको ताजा लौकी लेनी चाहिए। लौकी को धोकर छिलका निकालें। लौकी को थोड़ा काटकर देखें कि वह कड़वा नहीं है। अगर लौकी कड़वी लगे तो इसे खाने से बचें। लौकी को मिक्सी में डालकर पीस लें अगर स्वाद ठीक है। लौकी को पीसते समय पानी भी मिलाएं। अब लौकी को कपड़े में डालकर अच्छी तरह निचोड़कर जूस निकाल लें। घर पर बनाया गया ताजा लौकी का जूस तैयार है। आप नींबू का रस इसमें मिलाकर पी सकते हैं या खाली पेट पी सकते हैं। सुबह खाली पेट लौकी का जूस पीना अधिक लाभदायक है। हफ्ते में 2-3 दिन लौकी का जूस पी सकते हैं।