Russia-Ukraine Dispute पर विदेश मंत्रालय कस बयान यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता

रूस और यूक्रेन के बीच जारी गतिरोध को लेकर विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि स्थिति की समीक्षा के लिए PM मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की एक बैठक हुई। प्रधानमंत्री ने CCS बैठक में स्पष्ट तौर पर कहा है कि सरकार की प्राथमिकता यूक्रेन में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और उनको भारत वापस लाना है. प्रधानमंत्री मोदी कुछ ही देर में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करेंगे. हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, हंगरी के विदेश मंत्रियों से बात करेंगे.

4000 भारतीय नागरिक यूक्रेन से भारत लौट चुके

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में 4000 भारतीय नागरिक यूक्रेन से भारत लौट चुके हैं। दिल्ली में MEA कंट्रोल रूम को 980 कॉल और 850 ईमेल मिले हैं. यूक्रेन में स्थिति से निपटने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हमने करीब एक महीने पहले यूक्रेन में भारतीय नागरिकों का पंजीकरण शुरू किया था। ऑनलाइन पंजीकरण के आधार पर हमने पाया कि 20,000 भारतीय नागरिक वहां थे. प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से कहा है कि विदेश मंत्रालय यूक्रेन में हमारे नागरिकों की मदद के लिए हर संभव प्रयास करे.

रूस पर यूके, यूएस, ऑस्ट्रेलिया, जापान आदि द्वारा कुछ प्रतिबंध लगाए

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने आगे कहा कि यूक्रेन में हमारे दूतावास ने काम जारी रखा है। स्थिति को देखते हुए दूतावास द्वारा कई सलाह जारी की गई हैं। हम अपने छात्रों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालयों, स्टूडेंट कॉन्ट्रैक्टर से संपर्क कर रहे हैं. रूस पर यूके, यूएस, ऑस्ट्रेलिया, जापान आदि द्वारा कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं। हमें देखना होगा कि इन प्रतिबंधों का हमारे हितों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। यह स्वीकार करना होगा कि किसी भी प्रतिबंध का हमारे संबंधों पर प्रभाव पड़ेगा. विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की आज यूक्रेन के विदेश मंत्री से बात होने की उम्मीद है.

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