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Haryana Board: अब आंतरिक मूल्यांकन में अधिक अंक लेना चुनौती होगी, बोर्ड ने नए पैटर्न बनाए

Haryana Board

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (Haryana Board News) अब एक नया बदलाव करने वाला है। इस बदलाव का मूल्यांकन है। दरअसल, इसके नियम अब बदलेंगे। तब परीक्षार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन में अधिक अंक प्राप्त करना मुश्किल होगा। स्कूलों ने ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को लागू किया। थ्योरी परीक्षा को आठ अंक देने का भी विचार चल रहा है।

Haryana Boardने आंतरिक अंकों को पास फार्मूला में जोड़कर 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले को पास करने का फार्मूला लागू किया है, जो परीक्षार्थियों के लिए आसान बनाया है। वहीं परीक्षार्थियों को अब आंतरिक मूल्यांकन में अधिक अंक पाना मुश्किल होगा। दरअसल, आंतरिक मूल्यांकन अंकों का बोर्ड ने एक नवीनतम पैटर्न बनाया है।

अब विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन में अच्छे अंक पाने के लिए न केवल काम करना होगा, बल्कि कक्षा में गतिविधियों में भाग लेना भी होगा। इसके अलावा, छह माही परीक्षा और परीक्षा के अंक भी मिलेंगे। अब प्रतिस्पर्धात्मक प्रश्न अधिक पूछे जाएंगे, जो विद्यार्थियों की क्षमता को मापेंगे।

प्रश्नपत्र में इनकी संख्या ३० से बढ़ाकर ४० प्रतिशत करने का लक्ष्य है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने विशेषज्ञों की राय और सुझावों के बाद नवीं से बारहवीं कक्षा के प्रश्न पत्रों में महत्वपूर्ण बदलाव करने की योजना बनाई है। अब आंतरिक मूल्यांकन का प्रारूप भी बदल रहा है, जैसा कि बोर्ड ने इसे नए पास फार्मूला में आवश्यक बनाया है।

अब विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन के 20 अंकों में से भी अधिक अंक मिलने के लिए मेहनत करनी होगी, न कि पहले जहां शिक्षक और स्कूल संचालक विद्यार्थियों को मनमाफिक अच्छे अंक देते थे। इसके अलावा, 10वीं और 12वीं में विज्ञान विषयों की प्रेक्टिकल को 20 अंक देने की जगह थ्योरी परीक्षा को 80 अंक देने का प्रस्ताव है।

अब होगा यह फार्मूला

आंतरिक मूल्यांकन के लिए दो टेस्ट होंगे, प्रत्येक में चार अंक मिलेंगे। प्री-बोर्ड परीक्षा होगी। क्लास काम करेगा। कक्षा में उपस्थिति के लिए भी पांच अंक मिलते हैं। यदि बच्चा कक्षा में 95 से 100 प्रतिशत के बीच उपस्थित रहता है, तो उसे पांच अंक मिलेंगे। वहीं 90% से 95% उपस्थिति पर चार अंक मिलते हैं। 80 प्रतिशत से कम उपस्थिति का कोई अंक नहीं मिलेगा।

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देश का पहला लेसन प्लान देने वाला बोर्ड

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने नौवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए लेसन प्लान बनाकर वेबसाइट पर अपलोड किया है। जिसमें बताया गया है कि शिक्षक को किस महीने कौन सा पाठ पढ़ाना है। कैसे पढ़ाया जाता है? इससे शिक्षकों को बहुत फायदा होगा।

प्रतिस्पर्धात्मक प्रश्नों पर फोकस

इस बार Haryana Board ने प्रतिस्पर्धात्मक प्रश्नों पर अधिक ध्यान देगा। पहले ३० प्रतिशत तक प्रतिस्पर्धी प्रश्न पूछे गए। इनकी संख्या इस बार चालीस से पच्चीस प्रतिशत तक बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं। बैंक प्रश्नपत्र भी बोर्ड ने बनाया है। इसमें दसवें और बारहवें वर्ष के तीन से चार माडल प्रश्न पत्र शामिल होंगे। जो विद्यार्थियों को काफी उपयोगी साबित होगा। 80 से 90 प्रतिशत सिलेबस इनकी रिविजन से कवर होगा, जिससे विद्यार्थियों को परीक्षा पैटर्न का पता चलेगा।

विशेषज्ञों के विचारों के अनुसार, नए सत्र में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए जा रहे हैं। विद्यार्थियों को मूल्यांकन करने के लिए नालेज-आधारित प्रतिस्पर्धात्मक प्रश्नों को बढ़ाया जाएगा, जो उनकी रचनात्मक और निर्णय लेने की क्षमता को मापेंगे। पहले प्रश्न ३० प्रतिशत तक आते थे, लेकिन अब ५० प्रतिशत तक बढ़ाया जाएगा। हमने बैंक प्रश्न पत्र बनाया है। लेसन योजना डाउनलोड की गई है, जो शिक्षकों को पढ़ाने में काफी मदद करेगी। – डा. वीपी यादव, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष

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