Jat Reservation
Jat Reservation: हरियाणा में एक बार फिर जाट आरक्षण की मांग उठी है। रोहतक के जसिया में छोटूराम जयंती समारोह में जाटों ने फिर से आरक्षण की मांग की। कार्यक्रम में अपने भाषण में, अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक यशपाल मलिक ने बीजेपी सरकार और राज्य सरकार से जाट समाज को ओबीसी में आरक्षण देने की मांग की। उनका कहना था कि जाटों को आरक्षण नहीं मिलेगा तो जाट समाज इस बार के चुनावों में वोट खो देगा।
यशपाल मलिक ने कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान केंद्र और राज्य सरकार ने जाट समाज को ओबीसी में आरक्षण देने सहित उनकी अन्य मांगों को पूरा करने का वादा किया था, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है। सरकार अपने वादे को जल्द से जल्द पूरा करे।
‘फिर से चलाना होगा जाट आरक्षण आंदोलन’
Jat Reservation: अपने भाषण में, मलिक ने जाटों से कहा कि अगर सरकार जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूरा नहीं करती, तो वे फिर से योजनाबद्ध आरक्षण आंदोलन शुरू करेंगे। राजनीतिक निर्णय भी आरक्षण न मिलने तक करने के लिए तैयार रहना होगा। उनका कहना था कि सरकार अपने वादे को पूरा नहीं कर रही है, बल्कि जाटों को एक बार फिर संघर्ष करने के लिए मजबूर कर रही है।
काफी अहम रहा है जाट आरक्षण का मुद्दा
हरियाणा में जाट आरक्षण का मुद्दा बहुत महत्त्वपूर्ण रहा है। आरक्षण का मुद्दा फरवरी 2016 में हरियाणा में व्यापक रूप से फैल गया। इसका प्रभाव राज्य के आठ जिलों पर पड़ा। बड़ी हिंसा में 30 लोग भी मर गए। यहीं नहीं, राज्य में निजी और सरकारी संपत्ति का हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। आंदोलनकारियों के दबाव के कारण सरकार ने आरक्षण का मुद्दा उठाया।
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