Kaalchakra आश्विन माह 19 सितंबर 2024 से शुरू,दान करना शुभ फल देता है

Kaalchakra आश्विन माह में तिजोरी सभी12 राशियों से तिजोरी भर जाएगी! दान का महत्व जानें

 

Kaalchakra आश्विन माह  हिंदू धर्म का 7वां महीना, आश्विन, 19 सितंबर 2024 से शुरू हुआ। इस दौरान देवी-देवताओं को पूजना और दान करना शुभ फल देता है। चलिए पंडित  से आश्विन महीने के महत्व और पूजा के नियमों को जानते हैं। हिंदू धर्म के सातवें महीने, आश्विन का पवित्र मास शुरू हो गया है। ये महीना माता दुर्गा, या शक्ति को समर्पित है। इसे आश्विन मास कहा जाता है क्योंकि यह आश्विन नक्षत्र की पूर्णिमा है। यह मास सूर्य के दो पुत्रों, अश्विनौ से संबंधित है। जो देवताओं का इलाज करते हैं। इस समय सूर्य की कुंडली में जगह कम होने लगती है। इसलिए ये महीने पिता और देवता दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। इस महीने शनि और तामस के प्रभाव भी अधिक होंगे। इस दौरान आपको माता दुर्गा, भगवान शिव, पिता और पूर्वजों की पूजा करनी चाहिए। दान भी बहुत महत्वपूर्ण है। इसके बावजूद, इस दौरान पूजा करते समय कुछ खास बातों को ध्यान में रखना चाहिए।

आपको आश्विन महीने में पूजा करने के नियमों और दान करने के महत्व के बारे में बताएंगे।

आश्विन में दान करना महत्वपूर्ण है
शिव पुराण कहता है कि आश्विन मास में ब्राह्मणों को घी देना शुभ है। तिल और धन भी दान करने से अन्न-धन बढ़ता है। अग्नि पुराण में कहा गया है कि जो लोग आश्विन महीने में गाय को घी, दही, दूध और अन्न देते हैं, वे सदा स्वस्थ रहते हैं। घर-परिवार सुखी और खुश रहता है। इससे आर्थिक हालात भी सुधरने लगते हैं।

आश्विन  मास नियम

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