बाबा श्याम के लक्खी मेले का आज तीसरा दिन है। खाटू में हर तरफ चौबीसों घंटे भक्त श्याम नाम जप रहे हैं। बाबा के दर्शन के लिए देशभर से श्रद्धालु खाटू पहुंच रहे हैं। कोई पदयात्रा कर रहा है तो कोई पेट पलायन। पर क्या आप जानते हैं कि इनके भक्त जितने निराले हैं, उतनी ही बाबा श्याम का शीश मिलने और मंदिर बनने की कहानी भी अनोखी है। जी हां, आइए जानें इस मंदिर और बाबा श्याम का इतिहास।
इस कहानी की शुरुआत होती है बर्बरीक से, जिन्हें आज बाबा श्याम के रूप में पूजा जाता है। श्याम कुंड के शशि पुजारी का कहना है कि महाभारत के युद्ध के समय बर्बरीक ने भी युद्ध में भाग लेने की बात की थी। बर्बरीक ने युद्ध में हारने वाले की तरफ से लड़ने की बात कही। इस पर श्रीकृष्ण ने वेष बदलकर बर्बरीक से शीश का दान मांग लिया। शीश को महाभारत के युद्ध के बाद श्रीकृष्ण ने रूपवती नदी में बहा दिया था।
बर्बरीक का शीश रूपवती नदी में किया था प्रवाहित
श्याम कुंड में शशि पुजारी का कहना है कि महाभारत के युद्ध के समय बर्बरीक ने भी युद्ध में भाग लेने की बात की थी। तब श्रीकृष्ण ने वेश बदल कर रास्ता रोक लिया। बर्बरीक ने युद्ध में हारने वाले की तरफ से लड़ने का बोला। श्रीकृष्ण ने बर्बरीक का शीश काट दिया। बर्बरीक के शीश को महाभारत के युद्ध के बाद श्रीकृष्ण ने रूपवती नदी में बहा दिया था। बाद में शीश बहकर श्यामकुंड में आया था। कई शास्त्रों में शीश को रूपवती नदी में प्रवाहित करने की बात लिखी है। खाटू से नदी 1974 में लुप्त हो गई थी।
आइए जानते हैं मंदिर बनने का इतिहास को
-श्याम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष प्रताप सिंह बताते हैं कि करीब 995 साल पहले ग्यारस के दिन ही बाबा का शीश श्यामकुंड में मिला था।
-यहां पर कुंए के पास एक पीपल का पेड़ था। यहां पर गायें दूध देकर जाती थीं। गायों के दूध देने से गांव वाले हैरत में थे।
-गांव वालों ने उस जगह जब खुदाई की तो बाबा श्याम का शीश मिला। शीश को चैहान वंश की नर्मदा कंवर को सौंप दिया।
-विक्रम संवत 1084 में मंदिर की स्थापना कराई। तब देवउठनी एकादशी थी और रविवार का दिन था।
-श्याम कुंड के पास ही आज भी वो पीपल का पेड़ है।
औंरगजेब ने तोड़ दिया था मंदिर
-राजा दशरथ के वंशज खटवांग के समय बाबा श्याम का शीश मिला था, उनके नाम पर गांव का नाम खाटू पड़ा और भगवान कृष्ण से श्याम नाम मिला।
-औरंगजेब की सेना ने विक्रम संवत 1736 में मंदिर पर आक्रमण कर दिया।
-भक्तों ने बाबा श्याम की प्रतिमा को शिवालय के पास छिपा दिया था।
-औरंगजेब की सेना ने मंदिर तोड़ दिया था।
औरंगजेब की मौत के 41 साल बाद बना नया मंदिर
-औरंगजेब की मौत के 41 साल बाद बाबा श्याम का नया मंदिर बना था।
-1777 संवत में मंदिर की स्थापना जोधपुर राजपरिवार ने कराई थी।
-नया मंदिर पुराने मंदिर से 150 मीटर की दूरी पर बनाया गया है।
-शीश पर बनी है मुकुट की आकृति
-इसी शीश पर चंदन का लेप किया जाता है।
-श्याम कुंड में मिला शीश कई मायनों में खास है।
-कहा जाता है कि इतना बड़ा रूप कहीं भी नहीं देखा गया था।
Related Articles
-
CAA को लेकर Amit Shah ने क्या-क्या कहा?,”नागरिकता के लिए मुसलमान भी आवेदन कर सकते हैं”
-
Mission Divyastra: अग्नि 5…कौन हैं शीना रानी? जिसे पूरी दुनिया दिव्य पुत्री कहती है
-
CAA Rules: IUML-DYFI ने कानून लागू होने के अगले दिन CAA के खिलाफ SC पहुंचकर कहा कि यह मुस्लिमों से भेदभाव करता है।
-
Electoral Bond Case: जया ठाकुर कौन हैं? चुनावी बॉन्ड के खिलाफ, जिसकी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने SBI की क्लास लगा दी
-
National Creators Award: जया किशोरी और मैथिली ठाकुर को नेशनल अवॉर्ड मिला, PM मोदी को शिव भजन सुनाया
-
PM Modi ने 12 घंटे में किए ये चार महत्वपूर्ण घोषणापत्र, जानिए किसे और कैसे लाभ होगा
-
Digital India, जो जादुई देवता ने बनाया, घर बैठे शिक्षा के साथ भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में भी मदद की
-
PM Modi Dhanbad Visit: भारत को 2047 से पहले विकसित करना है…’ प्रधानमंत्री मोदी ने झारखंड को बड़ी सौगातें दीं, उनके संबोधन की मुख्य बातें
-
Mahadev App Case: ED ने महादेव एप मामले में 15 स्थानों पर छापेमारी की, दिल्ली-NCR से मुंबई, पश्चिम बंगाल तक
-
Gaganyaan Mission: प्रधानमंत्री मोदी ने कि घोषणा, भारत के ये चार एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष में जाएंगे
-
Shafiqur Rahman Passes Away: PM Modi ने सदन में धुर विरोधी शफीकुर्रहमान बर्क की प्रशंसा करते हुए क्या कहा?
-
Sandeshkhali Case: शाहजहां शेख के करीबी TMC नेता अजित मैती गिरफ्तार, जमीन हड़पने के आरोप में चप्पलों से पिटाई
-
झज्जर और पुणे में प्रधानमंत्री ने दो ‘AYUSH Projects’ का उद्घाटन किया
-
Thumb Palmistry: अंगूठा व्यक्तित्व का पूरा राज खुलता है
-
क्या है Black Mamba 735, जो किसानों को आकर्षित कर रहा है? आंदोलनों के बीच उत्पन्न हुआ सेंसेशन
-
प्रधानमंत्री मोदी ने Kalki Dham से आचार्य प्रमोद की प्रशंसा करते हुए क्या कहा?
-
कौन है Sheikh Shahjahan? जिसके अत्याचार और आतंक से बंगाल बेहाल है? जानें
-
Brij Bhusan Sharan Singh: साक्षी मलिक ने फिर से आंदोलन की घोषणा करते हुए कहा, “बृजभूषण के सहयोगी को बर्खास्त करो”!
-
Himachal Rajya Rabha Election: हिमाचल प्रदेश के इस वरिष्ठ अधिवक्ता को कांग्रेस ने राज्यसभा उम्मीदवार बनाया
-
Lal Krishna Advani को भारत रत्न, पीएम मोदी बोले- ‘राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन खपाने वालों को राष्ट्र कभी नहीं भुलाता’
-
Amrit Udyan वैलेंटाइन डे से पहले खुल रहा है, समय और टिकट की कीमत जानें
-
PM मोदी कल भारत के पहले Global Mobility Auto Expo का उद्घाटन करेंगे
-
Kal Ka Rashifal: कल मेष, कन्या, वृश्चिक और मकर राशि वालों को नुकसान होगा, जानें सभी 12 राशियों का राशिफल
-
Ramlalla Pran Pratishtha के दिन प्रधानमंत्री मोदी का व्रत खुलवाने वाले स्वामी गोविंद देव गिरीजी महाराज कौन हैं?
-
Ram Lalla idol: क्या आंखों पर बिना पट्टी वाली रामलला की मूर्ति असली नहीं है? श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने यह प्रश्न क्यों पूछा?
-
BoycottMaldives: 10 साल के आंकड़ों से समझें, भारत ने छोड़ दिया तो मालदीव का पर्यटन भरोसा डूब जाएगा
-
#JusticeForDrRitu, सोशल मीडिया पर छाया मामला, दिल्ली पुलिस पर नकारात्मक टिप्पणी करने वालों की वजह
-
Ayodhya Ram Mandir: 24 मार्च तक भीड़ से निपटने का सुपर प्लान, टेंट सिटी घाट किनारे बसेगी, रोटी हर घर से अयोध्या में आएगी, 24 मार्च तक 2.5 करोड़ श्रद्धालु जुटेंगे।
-
Adani Hindenburg Case में सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को बचे हुए मामलों की जांच के लिए तीन महीने का अतिरिक्त समय दिया।
-
Aaj Ka Rashifal: New Year का पहला दिन सभी बारह राशियों के लिए कैसा रहेगा, यहां पढ़ें राशिफल।