Kho Kho World Cup 2025: अगले साल 13 जनवरी से 19 जनवरी तक भारत 16 टीमों के साथ पहले खो-खो विश्व कप की मेजबानी करेगा। इस खेल का पहला अंतर्राष्ट्रीय आयोजन है।
Kho Kho World Cup 2025: भारत में पहली बार विश्वस्तरीय माटी खेल खो खो हो रहा है। अब तक कोई बड़ा खेल टूर्नामेंट नहीं हुआ है। भारत ने खो खो वर्ल्ड कप का पहला आयोजन किया है। 13 जनवरी से 19 जनवरी तक नई दिल्ली में खो खो विश्व कप खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट में विश्व भर से कई देश भाग लेंगे। महिला और पुरुष दोनों वर्गों में इस टूर्नामेंट का आयोजन होगा। खो खो फेडरेशन ऑफ इंडिया इसका आयोजन भारतीय युवा मामले और खेल मंत्रालय के सपोर्ट से कर रहा है। भारत चाहता है कि इस देसी खेल ‘खो खो’ को वैश्विक मंच पर लाया जाए।
महाभारत कालीन के इस खेल को दुनिया के पटल पर लाने का जोरदार प्रयास किया जा रहा है। भविष्य में ओलिंपिक खेलों और एशियाई खेलों में खो खो खेल के प्रवेश का रास्ता प्रशश्त हो सकता है, जो इस विश्व कप से शुरू हो सकता है। भारतीय पौराणिक कथाओं में भी इस सदियों पुराने रोमांचक खेल का उल्लेख मिलेगा। हालांकि, खो खो के आधुनिक स्वरूप की शुरुआत महाराष्ट्र में हुई थी, जो कि आज दुनिया के सभी महाद्वीपों तक पहुंच गया है। 1914 में बाल गंगाधर तिलक ने खो खो खेल के नियमों पर रूल बुक बनाई। 1996 में पहली बार एशियाई चैंपियनशिप में हार हुई। ये खेल 2010 से इंडोर मैट पर खेले जा रहे हैं।
इस वर्ल्ड कप में इंग्लैंड, जर्मनी, हॉलैंड और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित छह महाद्वीपों के 24 देश भाग लेंगे, जिनमें 16 पुरुष और 16 महिला टीमें शामिल होंगी। इसके अलावा कुछ देश अपने ऑब्जर्वेशन डेलिगेट भेजेंगे। भारत और पाकिस्तान के अलावा एशिया के कई देश इस विश्व कप में हिस्सा लेने वाले हैं। भारत के कई खिलाड़ी खो खो के खेल में अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं और अब तक कुल 15 खो खो खिलाडियों को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चूका है। 2023 में महिला खो खो टीम की कप्तान नसरीन शेख को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया था।