Causes Of Anxiety And Depression: इन आदतों से बढ़ सकता है एंजायटी और डिप्रेशन का खतरा, समय रहते हो जाएं सतर्क

Causes Of Anxiety And Depression: तेजी से बदलती जीवनशैली और बढ़ते तनाव के कारण मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं जैसे एंजायटी और डिप्रेशन आज आम होती जा रही हैं।
Causes Of Anxiety And Depression: तेजी से बदलती जीवनशैली और बढ़ते तनाव के कारण मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं जैसे एंजायटी और डिप्रेशन आज आम होती जा रही हैं। कई बार हमारी रोज़मर्रा की कुछ आदतें इन परेशानियों को और भी गंभीर बना सकती हैं, लेकिन हम उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। अगर आप भी कुछ ऐसी आदतों को फॉलो कर रहे हैं, तो समय रहते सतर्क हो जाना जरूरी है।
1. सोशल मीडिया का ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल
सोशल मीडिया भले ही लोगों से जुड़े रहने का एक ज़रिया हो, लेकिन जब इसका उपयोग हद से ज़्यादा होने लगे, तो यह मानसिक तनाव का कारण बन सकता है। लोग अक्सर वहां अपनी ज़िंदगी के केवल अच्छे पल दिखाते हैं, जिससे खुद की तुलना करने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है। इससे आत्मसम्मान में कमी और असुरक्षा की भावना पनप सकती है।
2. नींद की अनियमितता
देर रात तक फोन या सोशल मीडिया इस्तेमाल करने से नींद पर बुरा असर पड़ता है। नींद पूरी न होने पर दिमाग को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता और तनाव के हार्मोन (जैसे कॉर्टिसोल) का स्तर बढ़ने लगता है, जिससे चिंता और अवसाद की स्थिति पैदा हो सकती है।
3. शारीरिक गतिविधि की कमी
अगर आप शारीरिक रूप से एक्टिव नहीं रहते, तो इससे न सिर्फ शरीर बल्कि मानसिक स्थिति भी प्रभावित होती है। नियमित एक्सरसाइज से एंडोर्फिन जैसे रसायन निकलते हैं, जो मन को खुश रखते हैं। इनकी कमी से व्यक्ति सुस्त और उदास महसूस कर सकता है।
4. अस्वास्थ्यकर खानपान
आपका आहार आपकी मानसिक स्थिति को भी प्रभावित करता है। फास्ट फूड, अधिक चीनी और प्रोसेस्ड फूड का ज़्यादा सेवन शरीर में सूजन बढ़ा सकता है, जो डिप्रेशन से जुड़ा हुआ पाया गया है। पौष्टिक आहार न लेने से जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जो दिमाग की कार्यक्षमता को प्रभावित करती है।
5. अकेलापन और सामाजिक दूरी
मानव एक सामाजिक प्राणी है और उसे भावनात्मक जुड़ाव की ज़रूरत होती है। जब हम दोस्तों और परिवार से दूरी बना लेते हैं, तो मानसिक सहारे की कमी महसूस होती है। इससे अकेलापन और नकारात्मक सोच बढ़ सकती है। लंबे समय तक ऐसा रहना सामाजिक चिंता को जन्म दे सकता है।
क्या हैं बचाव के तरीके?
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सोशल मीडिया का सीमित इस्तेमाल करें: दिन में कुछ समय सोशल मीडिया से दूरी बनाएं और सोने से पहले स्क्रीन का इस्तेमाल बंद करें।
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नींद का विशेष ध्यान रखें: हर रात 7 से 9 घंटे की नींद लें और सोने का तय समय बनाएं।
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नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट टहलें, दौड़ें या योग करें।
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संतुलित आहार लें: ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन युक्त भोजन अपनाएं। मीठे और जंक फूड से बचें।
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ध्यान और मेडिटेशन करें: मन को शांत करने के लिए ध्यान और योग अपनाएं, जिससे तनाव कम होता है और सकारात्मक सोच बढ़ती है।