जंग के बीच यूक्रेन देश की राजधानी कीव से राष्ट्रपति जेलेंस्की का एक नया वीडियो सामने आया है जिसमें वह यूक्रेन नेतृत्व और संसद के देश में बने रहने की घोषणा करते देखे जा सकते हैं।
और उसके लगातार हम लोग और राजधानी के चारों ओर से घेरे जाने के बाद भी राष्ट्रपति जेलेंस्की अपने देश की राजधानी में बैठे हुए हैं इस बात की पुष्टि शुक्रवार रात को एक वीडियो के जरिए हुई सबसे खास बात यह है कि यह वीडियो खुद जेलेंस्की ने जारी किया।
राष्ट्रपति जेलेंस्की द्वारा जारी किए गए इस वीडियो में कहते देखे जा रहे हैं कि हम यहां हैं हम कि वह हम यूक्रेन की रक्षा कर रहे हैं और किसी भी हालत में हम अधिकार नहीं डालेंगे।
इस वीडियो से पहले जारी एक और वीडियो में जेलेंस्की भावुक अपील करते हुए यूक्रेन की जनता से कह रहे थे कि मैं यूक्रेन में हूं और मेरा परिवार भी यूक्रेन है मेरे बच्चे यूक्रेन में और वह गद्दार नहीं है हम सभी यूक्रेन के नागरिक हैं और हमें जानकारी प्राप्त हुई है कि दुश्मन रूस के पहले टारगेट पर मैं हूं और मेरा परिवार उनके दूसरे टारगेट पर है।
जेलेंस्की ने आगे कहा कि रूसो ने खत्म कर देना चाहता है और यूक्रेन को राजनीतिक रूप से पूरी तरह से बर्बाद कर देना चाहता है इसके साथ ही रूस यूक्रेन की राजधानी कीव को घेरने की कोशिश में लगा हुआ है।
आपको बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने गुरुवार की रात अपने एक भाषण में कहा था कि मैंने 27 यूरोपीय नेताओं से सवाल किया कि क्या यूक्रेन नाटो में होगा हर कोई डरता है और कोई जवाब नहीं देता लेकिन हम डरने वालों में नहीं है हमें और उसका कोई डर नहीं और हमें यूक्रेन को अब रूस से बातचीत करने में भी कोई डर नहीं रहा।
जेलेंस्की ने आगे कहा कि रूस उन्हें खत्म कर देना चाहता है और यूक्रेन को राजनीतिक रूप से पूरी तरह बर्बाद कर देना चाहता है जहां वह हमारी राजधानी कीव को घेरने की कोशिश कर रहा है।
दरअसल यूक्रेन देश काफी लंबे समय से नाटो में शामिल होना चाहता था लेकिन रूस इसके पक्ष में नहीं साल 2014 में यूक्रेन में रूस समर्थित सरकार दोस्त हो गई थी और अब के राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच रूस छोड़कर यूक्रेन भाग खड़े हुए थे इसके बाद से ही अमेरिका और यूरोपियन यूनियन समर्थक जेलेंस्की अपने देश यूक्रेन को नाटो में शामिल करवाने के लिए लगातार कोशिश कर रहे थे लेकिन रूम नाटो को रूस की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा मानते हैं और वह किसी भी कीमत पर यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनने देना चाहता जिसके चलते उसने यूक्रेन पर पहले से ही तैयारी करके चढ़ाई कर दी है।