
Delhi AAP: कांग्रेस हरियाणा में बहुमत से पीछे रह गई। प्रदेश में आम आदमी पार्टी अकेले दम पर चुनाव लड़ी थी जिसका खामियाजा कांग्रेस को पांच सीटों पर उठाना पड़ा।।
Delhi AAP: हरियाणा में कांग्रेस की पराजय के बाद भारत गठबंधन में शामिल उसके समर्थकों ने ही प्रश्न उठाना शुरू कर दिया है। आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कांग्रेस पर तंज कसा है। एक्स हैंडल पर उन्होंने चार लाइन के शेर लिखकर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने लिखा-
हमारी आरज़ू की फिक्र करते तो कुछ और बात होती,
हमारी हसरत का ख्याल रखते तो एक अलग शाम होती
आज वो भी पछता रहा होगा मेरा साथ छोड़कर,
अगर साथ-साथ चलते तो कुछ और बात होती।
हरियाणा में कांग्रेस इन पांच सीटों पर मामूली वोटों से हारी
कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं होने के बाद हरियाणा में अकेले चुनाव लड़ने वाले आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को कितना नुकसान पहुंचाया, यह पांच विधानसभा क्षेत्रों के चुनावों से स्पष्ट होता है। कांग्रेस उचाना कलां में सिर्फ 32 वोटों से पराजित हुई है। यहाँ आम आदमी पार्टी ने 2495 वोट प्राप्त किए हैं। असंध में आप को 4290 वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस को 2306 वोट से हार मिली है। डबवाली में भी कांग्रेस को 610 वोटों से पराजय मिली। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को इस क्षेत्र से 6606 मत मिले।
दादरी में भी आप को 1339 वोट मिले। 1957 में यहां कांग्रेस को वोटों से पराजय मिली। महेंद्रगढ़ में कांग्रेस ने 2648 वोटों से पराजय स्वीकार की। 1740 वोट मिल गए। कांग्रेस को पांच यानी प्रदेश सीटों पर सीधा नुकसान हुआ। इन सीटों पर जीत हासिल की जा सकती थी अगर दोनों पार्टियां गठबंधन में भाग लेतीं। बीजेपी ने इनमें से चार सीटों पर जीत हासिल की है। जबकि एक पर इनेलो जीती है।
आप-कांग्रेस में नहीं हो पाया था गठबंधन
बता दें कि हरियाणा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी आम आदमी पार्टी से गठबंधन के पक्ष में थे लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत कई नेता इस गठबंधन के खिलाफ थे। कई दौर की बातचीत के बाद दोनों दलों में सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बनी। इसके बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए। आम आदमी पार्टी का कहना है कि अगर गठबंधन होता तो शायद आज कांग्रेस हरियाणा में सरकार बनाने की स्थिति में होती।