Mining Minister Barinder Goyal: अवैध खनन गतिविधियों को रोकने की दिशा में एक और पहल
- खनन विनियमन को मजबूत करने और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए नया एंड्रॉइड एप्लिकेशन
Mining Minister Barinder Goyal: खनन प्रशासन में प्रौद्योगिकी एकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, पंजाब के खनन एवं भूविज्ञान मंत्री श्री बरिंदर कुमार गोयल ने ‘पंजाब माइन्स इंस्पेक्शन’ मोबाइल एप्लीकेशन लांच किया, जिसे राज्य भर में खनन गतिविधियों की निगरानी और निरीक्षण बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है।
पंजाब के खान एवं भूविज्ञान विभाग द्वारा विकसित एंड्रॉयड आधारित एप्लीकेशन विभागीय अधिकारियों के लिए खनन स्थल निरीक्षणों को कुशलतापूर्वक संचालित करने और उनका दस्तावेजीकरण करने के लिए एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में काम करेगा। यह ऐप राज्य में खनन विनियमन और पारदर्शिता को मजबूत करने के लिए कई नवीन सुविधाएँ पेश करता है।
श्री बरिंदर कुमार गोयल ने कहा, “यह एप्लीकेशन पारदर्शी और कुशल निरीक्षण प्रक्रियाओं को सुनिश्चित करते हुए अवैध खनन के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है।” उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी-संचालित दृष्टिकोण खनन नियमों के बेहतर अनुपालन को सुनिश्चित करके राज्य के राजस्व को बढ़ाने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि यह एप्लीकेशन जिला खनन अधिकारियों, उप-मंडल अधिकारियों और कनिष्ठ अभियंताओं को निर्दिष्ट खनन स्थलों के 200 मीटर के दायरे में विस्तृत निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करने में सक्षम बनाएगा।
यह प्रणाली पहचाने गए हॉटस्पॉट के आसपास 500 मीटर के निगरानी क्षेत्र को स्वचालित रूप से चित्रित करेगी, निरीक्षण के दौरान भौगोलिक निर्देशांक कैप्चर करेगी और अधिकारियों को चित्र और वीडियो अपलोड करने की अनुमति देगी। एक उल्लेखनीय विशेषता में साथ जाने वाले अधिकारियों का दस्तावेज़ीकरण और अनसुलझे अवैध खनन गतिविधियों के लिए एक स्वचालित-एस्केलेशन तंत्र शामिल है।
एप्लिकेशन के व्यापक दृष्टिकोण में कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने की कार्यक्षमता और सार्वजनिक खनन स्थलों (पीएमएस) और वाणिज्यिक खनन स्थलों (सीएमएस) दोनों की वास्तविक समय की निगरानी शामिल है। उन्होंने कहा कि यह तकनीकी हस्तक्षेप पंजाब भर में स्थायी खनन प्रथाओं और बेहतर शासन को बढ़ावा देते हुए प्रभावी ढंग से नियमों को लागू करने के लिए है।
शुभारंभ समारोह के दौरान रामपुरा फूल के विधायक श्री बलकार सिद्धू, पंजाब के खान एवं भूविज्ञान सचिव श्री गुरकीरत किरपाल सिंह, खनन निदेशक श्री अभिजीत कपलिश और खनन मुख्य अभियंता डॉ. हरिंदर पाल सिंह बेदी भी उपस्थित थे।